महाकाल मंदिर में गार्ड और कपल के बीच मारपीट! घटना के सीसीटीवी से मचा हड़कंप

विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में अव्यवस्थाओं के कारण श्रद्धालुओं के परेशान होने की खबरें अब आम हो चुकी हैं। आज सुबह भी इंदौर से एक परिवार शादी की सालगिरह पर बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने उज्जैन आया था। बाबा महाकाल के दर्शन करने के दौरान जब वह अपना फोटो खींच रहा था, तभी उसका विवाद यहां खड़े सिक्योरिटी गार्ड से हो गया। श्रद्धालु का कहना था कि मुझे बाबा महाकाल के साथ एक फोटो खींच लेने दो, लेकिन सिक्योरिटी गार्ड नहीं माना और दोनों में विवाद हो गया। श्रद्धालु और सुरक्षा गार्ड के बीच हुआ विवाद इतना बढ़ा कि श्रद्धालु ने सिक्योरिटी गार्ड को थप्पड़ मार दिया। इस पर सिक्योरिटी गार्ड ने अपने साथियों को बुलाया और श्रद्धालु की पिटाई कर डाली।

पूरा मामला कुछ इस प्रकार है कि इंदौर से पति, पत्नी अपनी तीन वर्षीय बालिका के साथ बाबा महाकाल के दर्शन करने मंदिर पहुंचे थे। यहां यह परिवार गणेश मंडप से बाबा महाकाल के दर्शन कर रहा था। इस दौरान इस परिवार में बाबा महाकाल के साथ जब खुद का फोटो खींचने का प्रयास किया तो यहां खड़े गार्ड ने उन्हें फोटो खींचने से रोका जब श्रद्धालु ने उन्हें अन्य लोगों को भी फोटो खींचते हुए बताया तो गार्ड श्रद्धालु के साथ विवाद करने लगा विवाद में जब श्रद्धालु ने गार्ड को थप्पड़ मारा तो वह नाराज हो गया और उसने मंदिर में व्यवस्था संभाल रहे अन्य गार्डों को बुलाकर श्रद्धालु की पिटाई कर डाली और यही सुरक्षा गार्ड श्रद्धालुओं को मारते पीटते हुए मंदिर प्रांगण से चौकी तक भी ले गए। जहां गार्ड और इंदौर के निवासी श्रद्धालु के बीच माफीनामा लिखने के बाद समझौता भी हो गया। यह पूरी घटना महाकाल मंदिर परिसर में लगे कैमरे में कैद हुई है।

सीसीटीवी फुटेज हो रहा है वायरल
इस पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज वायरल हो रहा है, जिसमें दिखाई दे रहा है कि श्रद्धालु गणेश मंडपम से बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचा था जहां उसका सिक्योरिटी गार्ड से विवाद हुआ। जिसके बाद उसने सिक्योरिटी गार्ड को मारा। इसके बाद सिक्योरिटी गार्ड ने अपने साथियों के साथ मिलकर श्रद्धालु की जमकर पिटाई कर दी थी।

आखिर गणेश मंडपम तक कैसे पहुंचा मोबाइल
बताया जाता है कि श्रद्धालु और गार्ड के बीच हुए विवाद का प्रमुख कारण मोबाइल है। श्रद्धालु बाबा महाकाल के साथ अपना फोटो खिंचवाना चाहता था, लेकिन जब सुरक्षा गार्ड ने श्रद्धालु को मोबाइल के साथ देखा तो वह नाराज हो गया और दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ा की बात हाथापाई तक पहुंच गई। इस मामले में श्रद्धालुओं ने पूरी घटना पर माफीनामा लिखकर भले ही अपनी गलती मान ली हो लेकिन विचारणीय विषय है कि जब महाकाल मंदिर में मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध है तो फिर ऐसे में श्रद्धालु मोबाइल लेकर गणेश मंडपम तक कैसे पहुंचा। यहां पहुंचने के पहले श्रद्धालुओं की कई स्थानों पर चेकिंग होती है लेकिन सभी चेकिंग से गुजरने के बावजूद श्रद्धालुओं का मोबाइल लेकर यहां पहुंचना कहीं ना कहीं महाकाल मंदिर की सुरक्षा में लापरवाही को भी दर्शाता है।

सुरक्षा गार्डों ने क्यों दिखाया अपना आक्रोश
बाबा महाकाल के दर्शन करने इंदौर से पहुंचा श्रद्धालु परिवार मंदिर में किसी से झगड़ा करने नहीं आया था लेकिन मंदिर में उसके साथ कुछ इस प्रकार का व्यवहार किया गया की उसने अपना आपा खो दिया। वायरल हो रहे वीडियो मे श्रद्धालुओं द्वारा गार्ड को मारने का वीडियो तो है लेकिन इस घटना के बाद सुरक्षाकर्मियों ने श्रद्धालु की कितनी पिटाई की यह किसी को पता नहीं है। बताया जाता है कि इस घटना में श्रद्धालुओं ने भले ही माफीनामा लिख दिया हो लेकिन आखिर में जब मंदिर समिति के जिम्मेदारों ने श्रद्धालुओं को ठीक से दर्शन करवाने की बात कही तो श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन करने से ही मना कर दिया था।

इस पूरे घटनाक्रम को लेकर जब महाकाल मंदिर प्रशासक संदीप सोनी से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि इस मामले में श्रद्धालुओं की गलती थी, जिस पर उन्होंने माफीनामा लिखकर अपने किए पर पछतावा किया है।

बताया जाता है कि महाकाल मंदिर में यदि कोई श्रद्धालु मोबाइल लेकर पहुंचता है तो मंदिर में मोबाइल ले जाने पर उसके खिलाफ 200 रुपये अर्थदंड की कार्रवाई होती है। इसके बावजूद मंदिर के गणेश मंडपम तक श्रद्धालुओं का मोबाइल ले जाना यह बताता है कि मंदिर में मोबाइल ले जाने के नियमों का ठीक से पालन नहीं हो पा रहा है।

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