इस्लामाबाद। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने सख्त लहजे में चेतावनी दी है कि अगर इस्तांबुल में चल रही शांति वार्ता में कोई ठोस समझौता नहीं हो पाया, तो यह हालात खुले युद्ध में बदल सकते हैं। यह बयान उस समय आया है जब दोनों देशों के बीच हाल ही में हुई घातक झड़पों के बाद अस्थायी युद्धविराम लागू है।

शनिवार से शुरू हुई यह वार्ता रविवार तक जारी रहने की संभावना है। दोनों पक्ष दोहा समझौते के तहत दीर्घकालिक युद्धविराम को लागू करने की रूपरेखा तैयार करने की कोशिश में हैं।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “पिछले चार से पांच दिनों में किसी तरह की हिंसक घटना नहीं हुई है और दोनों देश युद्धविराम का पालन कर रहे हैं। लेकिन अगर बातचीत में सहमति नहीं बनती है, तो पाकिस्तान के पास केवल एक विकल्प बचता है — खुला युद्ध।” उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें लगता है, अफगान पक्ष भी शांति चाहता है।

गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में दोनों देशों के बीच सीमा पर तीव्र झड़पें हुई थीं। पाकिस्तान ने सीमा पार हवाई हमले किए थे, जबकि अफगानिस्तान की ओर से भी जवाबी गोलीबारी हुई थी। इन झड़पों में कई लोगों की जान गई और दोनों ओर की कई प्रमुख चौकियां बंद करनी पड़ीं।

इस्लामाबाद का आरोप है कि अफगानिस्तान, पाकिस्तान के खिलाफ हमले करने वाले आतंकियों को शरण दे रहा है। वहीं, तालिबान सरकार ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा है कि पाकिस्तान के सैन्य हमले अफगान संप्रभुता का उल्लंघन हैं और इससे क्षेत्रीय स्थिरता को खतरा है।