आग की भट्टी की तरह तप रहे मुुरैना के वासियों के चेहरे पर आज, कुछ संतोष के भाव दिखे। सुबह सेे ही आसमान में बादल छाए रहे। उसके बाद रिमझिम बारिश शुरु हो गई। उसके बाद तेज बारिश जब हुई तब लोगों की उम्मीद जागी कि, अब शायद उन्हें गर्मी से राहत मिल जाएगी। यहा बता दें, कि शहर वासी पिछले कई दिनों से गर्मी व उमस से उबल रहे थे। सुबह होते ही तेज धूप गर्मी व उमस पैदा कर देती थी। हालत यह थी कि लोग अधिक देर तक धूप में खड़े तक नहीं हो पा रहे थे। सुबह जब आकाश में बादल छाए रहे और रिमझिम बारिश शुरु हुई तो लोगों को लगा कि हमेशा की तरह इस बार भी रिमझिम बारिश होकर बंद हो जाएगी। लेकिन उनकी आशंका निर्मूल साबित हुई। थोड़ी देर के लिए तेज बारिश हुई जिससे जमीन तर हो गई। शहर वासियों की उम्मीद जाग गई हैै कि अब, उन्हें जल्द ही गर्मी व उमस से राहत मिलने लगेगी।
नालों में भरा पानी
एक बार फिर शहर के नाले पानी से लबालब हो गए। यह नाला इसलिए नहीं भरे हैं कि उनमें पानी अधिक आ गया है बल्कि इसलिए हुए कि उनमें पहले से ही इतना कचरा जमा है कि वे थोड़ी सी बारिश में ही उफनने लगते हैं। नगर निगम प्रशासन की पोल खोलते यह नाले, इस बात की साफ गवाही दे रहे हैं कि उनकी सफाई वर्षों से नहीं की गई है।
मौसम हुआ सुहाना
लंबे समय बाद शहर का मौसम सुहाना हु्आ है। गर्मी के सीजन की शुरुआत के साथ ही यहां तेज धूप निकली रहती थी। उसके बाद एक माह के अन्दर थोड़े-थोड़े समय के अन्तराल में हल्की बारिश हुई जिसने उमस को बढ़ा दिया। इस उमस ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया था। हालत यह थी कि लोगों का शरीर पसीने से भीगा ही रहता था।