पीएम मोदी न होते तो चौधरी साहब को न मिल पाता भारत रत्न: जयंत

मेरठ । मेरठ में सोमवार को भारत रत्न चौधरी चरण सिंह गौरव समारोह में रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि भारत रत्न का चिन्ह असली कमाई देश के किसानों, कमेरों, युवाओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं की है। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने के बाद प्रधानमंत्री का पहला पड़ाव मेरठ की धरती पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौधरी चरण सिंह को सम्मान दिया है। अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं होते तो चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न नहीं मिलता है। यह एक साहसिक फैसला है।

लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेरठ में पहली चुनावी रैली में रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में चौधरी चरण सिंह का बड़ा योगदान रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ये भी जानते हैं कि चौधरी चरण सिंह गुजरात को अपने आध्यात्मिक और राजनीतिक जीवन शैली की पीठ मानते थे। जो भी समाज सुधार का काम चौधरी साहब ने किया, वह उन्होंने स्वामी दयानंद सरस्वती से सीखा और उनसे प्रेरणा ली। चौधरी साहब सरदार वल्लभभाई पटेल को अपना आदर्श मानते थे। हमें चौधरी साहब की विचाधारा और विरासत को आगे बढ़ाना है। वे भ्रष्टाचार के विरोधी थे।

चौधरी चरण सिंह की ईमानदारी का किस्सा सुनाते हुए जयंत सिंह ने कहा कि सर्वोच्च पद पर बैठे नेता की नैतिक जिम्मेदारी होती है। भ्रष्टाचार ऊपर से लेकर नीचे तक जाता है। अधिकारी व कर्मचारी भ्रष्ट हो सकते हैं। जिस दिन सर्वोच्च पद पर बैठा व्यक्ति भ्रष्ट हो जाएगा तो कोई उपाय नहीं रहेगा।

उन्होंने कहा कि आज गंभीर आरोपों में जेल के अंदर रहकर भी सत्ता के सुख को लोग भोगना चाहते हैं। चौधरी साहब की ईमानदारी को याद किया जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी कहते थे कि ऊपर से चले एक रुपए का धरातल पर केवल 15 पैसे ही पहुंचता है, जबकि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार का पैसा सीधा लाभार्थी के खाते में जाता है। यह नैतिकता और ईमानदारी का उदाहरण है।

उन्होंने कहा कि चौधरी साहब जातिभेद, लिंगभेद के खिलाफ थे। एनडीए को ताकत देने में मेरठ अपनी भूमिका को निभाएगा। चौधरी साहब मेरठ से चंदा लेकर उड़ीसा तक चुनाव लड़ते थे। मेरठ से ही मोदी सरकार का 400 पार का नारा साकार होगा।

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