अगले शैक्षणिक सत्र में इंजीनियरिंग समेत सभी तकनीकी पाठ्यक्रम की पढ़ाई क्षेत्रीय भाषाओं में होगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अगले शैक्षणिक वर्ष से मातृभाषा में भी तकनीकी शिक्षा विशेषकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू करने का निर्णय लिया गया है।
कुछ आईआईटी और एनआईटी को इसके लिये शॉर्ट लिस्ट किया गया है। बैठक में निर्णय लिया गया कि राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) जो जेईई (मुख्य) और नीट आयोजित कराती है, वह प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सिलेबस भी तैयार करेगी। साथ ही यूजीसी को भी निर्देशित किया गया है कि समय पर ही छात्रवृत्ति का वितरण हो और उसके लिए एक हेल्पलाइन भी जल्द शुरू की जाए और छात्रों की सभी शिकायतों का तुरंत हल किया जाए।
बता दें कि, एनटीए ने पिछले महीने 2021 से हिंदी और अंग्रेजी के अलावा नौ क्षेत्रीय भाषाओं में जेईई (मुख्य) आयोजित करने के अपने फैसले की घोषणा की थी। हालांकि, आईआईटी ने इस बारे में अभी कोई फैसला नहीं लिया है। आईआईटी औऱ एनआईटी के फैसले के बाद ही यह निर्णय अंतिम माना जाएगा।