15 लाख का इनामी माओवादी बुदेश्वर ओरांव एनकाउंटर में ढेर

झारखंड के गुमला जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 15 का इनामी नक्सली बुद्धेश्वर उरांव मारा गया है. झारखंड पुलिस के आईजी (IG) अभियान अमोल वी होमकर ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया है कि अभी भी कार्रवाई जारी है. बता दें कि गुमला के जंगलों में ही पिछले दिनों से IED विस्फोट की घटनाएं घटी थी, जिसमें एक कोबरा बटालिययन का जवान शहीद हुआ था और एक ग्रामीण की मौत हुई थी.

झारखंड के गुमला जिले में पुलिस की टीम ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए भाकपा माओवादियों के रीजनल कमांडर बुद्धेश्वर उरांव को इनकाउंटर में मार गिराया है. पिछले एक महीने से पंद्रह लाख के इनामी बुद्धेश्वर उरांव के दस्ते को ही टारगेट कर सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन ने अभियान चला रखा था.

पुलिस चला रही थी सर्च अभियान

गुरुवार को पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लग गई. पुलिस को सूचना मिली थी कि गुमला के कुरूमगढ़ थाना क्षेत्र में माओवादी बुद्धेश्वर का दस्ता जमा है. उग्रवादियों के द्वारा बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना के बाद सुरक्षाबलों के द्वारा इलाके में अभियान चलाया जा रहा था. इसी अभियान के दौरान मंगलवार आईईडी ब्लास्ट में कोबरा बटालियन का जवान विश्वजीत गंभीर रूप से घायल हो गया था, लेकिन ब्लास्ट में डॉक स्कॉयड का डॉग द्रोण शहीद हो गया था.

पुलिस और नक्सली में हुई मुठभेड़

अभियान के दौरान पुलिस और नक्सली आमने-सामने आ गए, जिसके बाद दोनों तरफ से जबरदस्त गोलीबारी हुई. गोलीबारी में कई नक्सलियों को गोली लगी है. पुलिस को अपने ऊपर भारी पड़ता देख नक्सली जंगल की तरफ भाग खड़े हुए. सर्च अभियान चलाने के दौरान पुलिस को 15 लाख के इनामी भाकपा माओवादियों के रीजनल कमांडर बुद्धेश्वर उरांव का शव बरामद हुआ. बुद्धेश्वर के पास से पुलिस ने एके 47 रायफल भी बरामद किया है

चार दिन से ताक में थी पुलिस

जिस इलाके में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है वहां नक्सलियों के एक दस्ता के मौजूद होने की सूचना पुलिस को पिछले 4 दिनों से थी. जिसके बाद लगातार नक्सलियों की तलाश की जा रही थी, लेकिन लैंडमाइंस के विस्फोट की वजह से 2 दिन पुलिस का अभियान प्रभावित हो गया था, लेकिन गुरुवार को आखिरकार पुलिस को सफलता हाथ लग गई.

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