एयरपोर्ट रोड पर बन रहे मोहाली सिटी सेंटर-2 में रविवार शाम सवा पांच बजे एक निर्माणाधीन इमारत की बेसमेंट में काम के दौरान अचानक मलबा गिरने से पांच लोग दब गए। इनमें से दो मजदूरों की मौत हो गई जबकि तीन को बचा लिया गया। तीनों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है, सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। मृतकों की पहचान रविंदर सैणी (38), शंकर माझी (45) के रूप में हुई है। वहीं, घायलों में सहजाद (40) और आजाद उर्फ धोनी और एक अन्य मजदूर हैं।
जीरकपुर-मोहाली एयरपोर्ट रोड पर मोहाली सिटी सेंटर-2 नाम से एक कॉमर्शियल प्रोजेक्ट बन रहा है। रविवार को यहां की एक इमारत के बेसमेंट की खोदाई के दौरान दो जेसीबी काम कर रहीं थीं। इस दौरान मिट्टी को रोकने के लिए दीवार बनाने का काम चल रहा था। इस बीच ऊपर से अचानक मलबा गिर पड़ा जिसमें पांच मजदूर दब गए। हादसे के बाद चीख पुकार मच गई।
आसपास के लोग भी मौके पर इकट्ठा हो गए। बाकी मजदूरों ने मलबा हटाकर दबे हुए साथियों को बचाने की कोशिश शुरू कर दी। सूचना पर पुलिस व प्रशासनिक अफसर मौके पर पहुंच गए और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया। आधे घंटे बाद करीब पौने छह बजे दो मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया। इसके बाद करीब सवा छह बजे एक और मजदूर को बाहर सुरक्षित निकाला गया। करीब ढाई घंटे बाद बाकी दो मजदूरों को भी निकाला गया लेकिन तब तक दोनों दम तोड़ चुके थे।
एसडीएम सरबजीत कौर और डीएसपी हरजिंदर सिंह बल ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। रात करीब 10 बजे एडीजीपी अर्पित शुक्ला भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने कहा कि इस घटना में जो भी दोषी पाया गया, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बाद में रोपड़ रेंज के डीआईजी गुरप्रीत भुल्लर भी मौके पर पहुंचे और कार्रवाई करने की बात कही।
काम के दौरान लापरवाही से यह हादसा हुआ है। इसमें जो भी ठेकेदार या मालिक जिम्मेदार होगा, उस पर बनती कार्रवाई की जाएगी। – हरजिंदर सिंह बल, डीएसपी।
मजदूरों ने रोड किया जाम, पुलिस ने खुलवाया
हादसे में मारे गए मजदूरों के साथी और परिजन प्रशासन से शव दिखाने की मांग कर रहे थे लेकिन पुलिस ने शवों को तत्काल पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। इससे नाराज मजदूरों ने नारेबाजी शुरू कर दी और रात साढ़े 10 बजे छत चौक लाइट प्वाइंट से मोहाली एयरपोर्ट चौक को जाने वाले रास्ते पर पत्थर रखकर जाम लगा दिया। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर मजदूरों को खदेड़कर रास्ता खुलवाया। साथ ही कार्रवाई का भरोसा दिया।
मजदूर बिना सुरक्षा उपकरण पहने कर रहे थे काम
यह कामर्शियल प्रोजेक्ट आठ मंजिला बनना है। अभी बेसमेंट बनाने का काम चल रहा है। यहां पर हर शोरूम की कीमत करीब करोड़ों रुपये है। काम के दौरान मजदूरों ने सेफ्टी के लिए कोई उपकरण नहीं पहने थे। इस कारण तीन मजदूर घायल हो गए और दो की मौत हो गई।