राफेल के फ्लाई पास्ट से राजपथ परेड संपन्न, संस्कृति और सैन्य ताकत का भी प्रदर्शन

आज 72वें गणतंत्र दिवस के जश्न में डूबा है. इस मौके पर हर बार की तरह राजपथ पर भारत की विविधता और ताकत का परिचय देती झाकियां निकलीं. हालांकि, कोरोना काल की वजह से कार्यक्रम को थोड़ा छोटा किया गया था. यहां पहली बार परेड में राफेल विमान ने अपनी ताकत दिखाई. इसके 28 राज्यों की विविधता दिखाती झांकिया भी निकाली गई थीं, जिसमें लद्दाख भी शामिल था. कोरोना काल में पीएम मोदी ने उचित दूरी का ध्यान रखते हुए कार्यक्रम के आखिर में सभी का अभिवादन दूर से ही स्वीकार किया. पीएम इसके लिए काफी दूर तक पैदल चले.

राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन

कार्यक्रम अब समापन की ओर है. राष्ट्रपति के अंगरक्षकों की सलामी के बाद फिर राष्ट्रगान हुआ. फिर आखिर में तिरंगे कलर वाले गुब्बारे उड़ाए गए.

900 की स्पीड से उड़ा राफेल विमान

आखिर में एक अकेला राफेल उड़कर आया. इसकी स्पीड 900 किलोमीटर प्रति घंटा थी. वहां उसने वर्टिकल चार्ली स्टंट किया, जिसे देखकर सब हैरान रह गए

पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हुए राफेल

एक्लव्य फॉर्मेशन में विमान उड़कर राजपथ पहुंचे. इसमें राफेल और जगुआर शामिल थे. स्पीड 780 किलोमीटर प्रति घंटा थी.

फ्लाई पास्ट शुरू

डकोटा के साथ दो हेलिकॉप्टर रुद्र फॉर्मेशन में आगे बढ़ा. इसके बाद सुदर्शन फॉर्मेशन में चिनूक हॉलिकॉप्टर आए. रक्षक फॉर्मेशन में हेलिकॉप्टर पहुंचे. इसमें मी-35 और अपाचे हेलिकॉप्टर शामिल थे. रक्षक के बाद भीम फॉर्मेशन आया. इसमें सी-170 जे आए. अब नेत्र फॉर्मेशन आया. इसमें सिखोई 30 विमान शामिल थे. आगे गरुड़ फॉर्मेशन आया. इसनें सी-17 ग्लोबमास्टर और एमकेआई-एसयू विमान शामिल थे.

फिट इंडिया पर आधारित परफॉर्मेंस

स्कूलों के छात्रों का कार्यक्रम हुआ. फिट इंडिया पर आधारित परफॉर्मेंस दिया गया.

गणतंत्र दिवस के जश्न के बीच बोरिस जॉनसन का संदेश

गणतंत्र दिवस के जश्न के बीच ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन का संदेश आया है. उन्होंने कहा, आज भारत गणतंत्र दिवस मना रहा है. मैं भारत को बधाई देता हूं.

गणतंत्र दिवस के जश्न के बीच बोरिस जॉनसन का संदेश

गणतंत्र दिवस के जश्न के बीच ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन का संदेश आया है. उन्होंने कहा, आज भारत गणतंत्र दिवस मना रहा है. मैं भारत को बधाई देता हूं.

लोकल फॉर लोकल की बात

सूचना एंव ब्रोडकास्टिंग मंत्रालय की झांकी की थीम लोकल फॉर लोकल रखी गई थी. इसमें भारतीय सामान को खरीदने, बनाने पर जोर दिया गया था.

कोरोना वैक्सीन की झांकी

CRPF की झांकी आई. इसमें सरदार पटेल की प्रतिमा भी थी. इसके बाद बायोटेक्नॉलोजी विभाग की झांकी आई. इसकी थीम कोरोना वैक्सीन रखी गई थी.

आयुष मंत्रालय की झांकी

फिर आयुष मंत्रालय की झांकी में इम्यून इंडिया, एक्टिव इंडिया की थीम दिखाई गई. इसके चारों तरफ गिलोए लगे हुए थे.

न्यू इंडिया की तस्वीर

इसके बाद आत्मनिर्भर भारत, डिजिटिल इंडिया पर आधारित न्यू इंडिया की तस्वीर दिखाई गई. फिर श्रम एंव रोजगार मंत्रालय की झांकी आई. जिसमें श्रम सुधार का जिक्र किया गया. आगे सांकेतिक भाषा का महत्व बताती झांकी आई.

साउथ के राज्यों की झांकी

अगली झांकी कर्नाटक की थी. इसे विजय नगर सम्राज्य की थीम पर बनाया गया. अगली झांकी केरल की थी, फिर नंबर आंध्र प्रदेश का आया. नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में अरुणाचल प्रदेश की झांकी को दिखाया गया.

राम मंदिर की झांकी

सिक्किम की झांकी आई. उसके बाद उत्तर प्रदेश की झांकी आई. इमनें राम मंदिर को दिखाया गया है. जिसे देखकर लोगों ने खड़े होकर ताली बजाई. हर्षवर्धन समेत कई नेता खड़े हुए.

दिल्ली की झांकी में जहानाबाद

दिल्ली की झांकी में जहानाबाद को दिखाया गया. यहां रिडेवेलपमेंट का काम जारी है.

छत्तीसगढ़ और पंजाब की झांकी

इसके बाद छत्तीसगढ़ की झांकी आई. फिर पंजाब की झांकी आई. इसमें नवें सिख गुरु तेग बहादुर को याद किया गया था. उनका 400वां प्रकाश वर्ष मनाया जा रहा है.

इको फ्रेंडली आत्मनिर्भर त्रिपुरा वाली झांकी

अगला नंबर त्रिपुरा की झांकी का था. इसकी थीम इको फ्रेंडली आत्मनिर्भर त्रिपुरा रखी गई है. फिर पश्चिम बंगाल का नंबर आया. इसमें हायर एजुकेशन में साइकल के महत्व को दिखाया गया. राज्य सरकार ने एक करोड़ से ज्यादा साइकल बांटी हैं.

महाराष्ट्र की झांकी में शिवाजी-संत टुकाराम

अगला नंबर महाराष्ट्र की झांकी का आया. इसमें शिवाजी और संत तुकाराम की मुलाकात को दिखाया गया. इसे शक्ति और भक्ति का मिलन कहा जाता है. फिर देवभूमि उत्तराखंड की झांकी आई. इसमें केदारनाथ धाम को दिखाया गया.

असम और तमिलनाडु की झांकी

अगला नंबर असम और तमिलनाडु की झांकी का आया.

झांकियां शुरू, पहली बार शामिल हुई लद्दाख की झांकी

अब 28 राज्यों की झांकियों की शुरुआत हो चुकी है. सबसे पहले लद्दाख की झांकी आई. लद्दाख अब केंद्र शासित प्रदेश बन चुका है. उसकी झांकी पहली बार गणतंत्र दिवस में शामिल हो रही है. दूसरे नंबर पर गुजरात की झांकी आई.

पाइप एंड ड्रंम बैंड राजपथ पहुंचा

फिर नैशनल सर्विस स्कीम मार्चिंग सैन्य दल और पाइप एंड ड्रम बैंड वहां पहुंचा.

ब्लैक कैट कमांडोज ने लूटी महफिल

नेशनल सिक्यॉरिटी गार्ड (NSG) का मार्चिंग सैन्य दल आते ही लोगों का उत्साह बढ़ गया. ब्लैक कैट कमांडोज का दल सबसे अलग लग रहा था.

DRDO की झांकी

INS विक्रमादित्य पर लैंडिंग और टेकऑफ करते लाइट लड़ाकू विमान की झांकी, एंटी टैंक गाइड मिसाइल की झांकी दिखाई गई.

CRPF, दिल्ली पुलिस के दल ने किया मार्च

इसके बाद बारी आई इंडियन कोस्ट गार्ड मार्चिंग सैन्य दल की. फिर ITBP और दिल्ली पुलिस के जवान आए.

भारतीय वायुसेना की झांकी में भावना कांत

इसके बाद वायुसेना की झांकी आई. इसमें फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कांत शामिल थीं. वह देश की पहली तीन महिला फाइटर पायलट में से एक हैं. इससे पहले नेवी के मार्चिंग दल की झांकी निकली थी.

अन्य मार्च भी हुएइसके बाद

‘सरहद के रखवाले’की धुन पर क्विक मार्च हुआ. इसमें जम्मू कश्मीर राइफल रेजिमेंट, इंजिनियर्स बंगाल इंजीनियर्स ग्रुप (रुड़की), सिख लाइट रेजिमेंट, लद्दाख स्काउट, अर्टिलरी सेंटर (नासिक रोड) शामिल हुए. इसके बाद ‘बलिदान’ की धुन पर क्विक मार्च हुआ. इसमें टेरिटोरियल आर्मी के जवान शामिल थे.

‘हंसते गाते’ पर बैंड प्लेयिंग, क्विक मार्च

इसके बाद गढ़वाल राइफल रेजिमेंट, महार रेजिमेंट, सिख रेजिमेंट, असम रेजिमेंट. जम्मू और कश्मीर राइफल रेजिमेंट ने क्विक मार्च किया.

सैन्य दल ने किया मार्च

इसके बाद जाट रेजिमेंट और पैरा रेजिमेंट ने मार्च किया.

आर्मी की तरफ से इन्होंने लिया हिस्सा-

घुड़सवार सेना जिसमें 43 घोड़े शामिल हैं उन्होंने सबसे पहले मार्च किया
-टी-90 टैंक – 03
-बॉलवे मशीन पिकेट – 03
-ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम – 01
-पिनाका मल्टिपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम – 02 (इसका उद्गाम शिव के धनुष पिनाक पर आधारित बताया जाता है.)
-ब्रिज लेयिंग टैंक (टी-72) – 02
-इंटर कम्यूनिकेशन इलेक्ट्रोनिक वारफेयर सिस्टम – 02
-अप्रेडिड शिल्का वेपन सिस्टम – 01 (इसका मोटो है आकाश के शत्रु को खत्म करना)
-आखिर में फ्लाइ पास्ट हुआ. 04 अडवांस लाइट हेलिकॉप्टर्स ने डायमंड शेप बनाई.

बांग्लादेश के जवानों के साथ परेड शुरू

सबसे पहले बांग्लादेश के सैन्य दल ने परेड में हिस्सा लिया. बांग्लादेश के साथ कूटनीतिक रिश्तों के 50 साल पूरा होने के मौके पर पहली बार इस सैन्य दल को परेड का हिस्सा बनाया गया.

परेड की शुरुआत, चार MI-17 हेलिकॉप्टर्स ने भरी उड़ान

MI-17 हेलिकॉप्टर्स ने राजपथ के ऊपर से उड़ान भरी. उन्होंने साथ ही साथ फूल भी बरसाए. परेड कमांडर विजय कुमार मिश्रा उनके बाद आगे बढ़े.

शाही बॉडीगार्ड्स के साथ पहुंचे राष्ट्रपति

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद भी राजपथ पर पहुंचे. पीएम मोदी ने उनका स्वागत किया. रामनाथ कोविंद के आने पर ‘स्वागतम’ गान बजाया गया. राष्ट्रपति अंगरक्षकों की सलामी के बाद तिरंगा फहराया गया और फिर राष्ट्रगान हुआ. साथ ही साथ 21 तोपों की सलामी भी दी गई.

पीएम मोदी राजपथ पर पहुंचे

पीएम मोदी राजपथ पहुंच चुके हैं. वह यहां सलामी मंच की तरफ बढ़ रहे हैं. उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडु भी पहुंचे. पीएम मोदी ने उनका स्वागत किया.

खास है पीएम मोदी की पगड़ी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जो पगड़ी पहनी है वह खास है. यह गुजरात के जामनगर की स्पेशल पगड़ी है. यह जामनगर के शाही परिवार ने पीएम को तोहफे में दी थी.

सीएम योगी ने फहराया तिरंगा

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर अपने आवास पर तिरंगा फहराया.

वहीं दिल्ली में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अपने निवास स्थान पर तिरंगा फहराया. प्रकाश जावड़ेकर ने इस मौके पर कहा, “आज एक ही प्रण करना चाहिए कि मैं देश के लिए क्या कर सकता हूं, देश ने हमें सबकुछ दिया। हम क्या कर सकते हैं अब इसकी चर्चा होनी चाहिए।”

राजपथ पर पहुंच रहे लोग

राजपथ में सभी अपनी अपनी जगह पर बैठ चुके है. कुछ ही मिनट में तीनों सेनाओं के चीफ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , नेशनल वॉर मेमोरियल पर पीएम की अगवानी के लिए खड़े होंगे.

जम्मू कश्मीर में इंटरनेट सर्विस अस्थाई रूप से बंद

जम्मू-कश्मीर: गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा के मद्देनज़र कश्मीर घाटी में मोबाइल इंटरनेट सर्विस को अस्थायी रूप से निलंबित किया गया

राजपथ की ताजा तस्वीरें देखिए

राजपथ पर कोविड गाइडलाइंस का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. कोरोना महामारी के बावजूद अच्छी संख्या में लोग परेड देखने पहुंचे हैं.

सीएम नीतीश ने फहराया तिरंगा

बिहार: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर पटना में अपने आवास पर तिरंगा फहराया.

ओम बिरला ने फहराया तिरंगा

दिल्ली: लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने 72वें गणतंत्र दिवस पर अपने आवास पर तिरंगा फहराया.

लद्दाख में गणतंत्र दिवस, गूंजा ‘भारत माता की जय’

लद्दाख में ITBP के जवानों ने कुछ इस अंदाज में गणतंत्र दिवस मनाया. वे लोग तिरंगा लेकर जमी हुई झील पर चले.

बीजेपी कार्यालय पर तिरंगा

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा ने गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में बीजेपी कार्यालय में तिरंगा फहराया.

ओडिशा में फहरा तिरंगा

भुवनेश्वर में ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल ने तिरंगा फहराया. इस मौके पर सीएम नवीन पटनायक मौजूद रहे.

तमिलनाडु में शहीदों को किया गया यादत

मिलनाडु के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने चेन्नई स्थित वॉर मेमोरियल में शहीदों को याद किया.

गणतंत्र दिवस पर राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर निशाना

भारत का प्रत्येक नागरिक देश का भाग्य विधाता है चाहे वो सत्याग्रही किसान-मज़दूर हो या लघु-मध्यम व्यापारी, नौकरी तलाश करता युवा हो या महंगाई से परेशान गृहणी। गणतंत्र आपसे है, गणतंत्र आपका है। शुभकामनाएँ!

गणतंत्र दिवस पर दिल्ली सीएम केजरीवाल का संदेश

RSS दफ्तर में फहराया गया तिरंगा

गुजरात: अहमदाबाद स्थित संघ के दफ्तर में फहराया गया तिरंगा. संघ प्रमुख मोहन भागवत भी रहे मौजूद. यहां भागवत ने कहा कि सबको अपनाना और त्याग, संयमपूर्वक जीवन जीना तथा सतत कर्म करते हुए सर्वत्र मंगल करना ये अपने देश का प्रयोजन है, सबको जोड़ते हुए अपने देश को बड़ा करना पड़ेगा.’

राजस्थान सीएम ने निवास पर फहराया तिरंगा

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने निवास स्थान पर तिरंगा फहराया.

पीएम मोदी ने दी गणतंत्र दिवस की बधाई

गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए पीएम मोदी ने ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा – सभी को गणतंत्र दिवस की बधाई, जय हिंद.

राजपथ की ताजा तस्वीरें देखिए

राजपथ की ताजा तस्वीरें देखिए. परेड का कार्यक्रम शुरू होने से पहले वहां तैयारियां अंतिम चरण में हैं. कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल वहां रखा गया है.

गलवान के हीरो कर्नल संतोष बाबू को महावीर चक्र

पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में पिछले साल जून में चीनी सैनिकों के साथ झड़प के दौरान शहीद हुए कर्नल संतोष बाबू (Colonel Santosh Babu) को मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया जाएगा. महावीर चक्र भारत का दूसरा सबसे बड़ा मिलिट्री अवॉर्ड है. गणतंत्र दिवस (Republic Day) की पूर्व संध्या पर गृह मंत्रालय ने वीरता पुरस्कारों की घोषणा की. गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारतीय सेना के जवानों के लिए अवॉर्ड की घोषणा में 16वीं बिहार रेजिमेंट के तीन जवानों को चक्र अवॉर्ड दी गई है.संतोष बाबू के अलावा 16वीं बिहार रेजिमेंट के सूबेदार नुदुराम सोरेन और नायक दीपक सिंह को वीर चक्र से सम्मानित किया जाएगा. ये दोनों भी चीनी सैनिकों के साथ बहादुरी से लड़ते हुए शहीद हुए थे. इसके अलावा गलवान घाटी में शहीद हुए 81 फील्ड के के. पलानी, 3 मीडियम के तेजिंदर सिंह और 3 पंजाब के गुरतेज सिंह को वीर चक्र से सम्मानित किया गया है.

50 साल में पहली बार, नहीं होगा मेहमान

50 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा कि गणतंत्र दिवस के मौके पर कोई विदेशी मेहमान कार्यक्रम में शामिल नहीं होगा. दरअसल कोरोना की वजह से ऐसा होगा. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने उनके वहां कोरोना के नए स्ट्रेन के पाए जाने के बाद भारत आने का अपना प्लान कैंसल कर दिया था.

कोरोना काल में छोटी की गई गणतंत्र दिवस की परेड

कोविड 19 के चलते परेड छोटी की गई है

इस बार परेड नेशनल स्टेडियम पर खत्म होगी, हर बार परेड लाल किले पर खत्म होती थी

पहले परेड का रास्ता 8 किलोमीटर से ज्यादा होता था, अब 3 किलोमीटर से कम रहेगी

जिनके पास टिकट और पास होंगे वो ही परेड देख सकेंगे, बाकी लोग घर पर TV पर परेड देखें

पहले सवा लाख लोग परेड देखते थे, इस बार ये संख्या 25 हजार होगी

बॉडी टेम्प्रेचर देखा जाएगा, मास्क जरूरी है, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना होगा

केजरीवाल बोले – हमारा देश सभी धर्म और जातियों का देश

अब हर धर्म के त्योहार दिल्ली के विधानसभा के प्रांगण में मनाए जाते हैं। यही हमारे देश की खूबसूरती है कि हमारा देश सभी धर्म और जातियों का देश है: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली विधानसभा के प्रांगण में अशोक स्तंभ की स्थापन के दौरान

क्या है गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम

परेड सुबह 9.50 पर विजय चौक से शुरू होगी और नेशनल स्टेडियम की तरफ आगे जाएगी. झांकियां विजय चौक से शुरू होकर लाल किले तक जाएंगी. 9 बजे नेशनल वार मेमोरियल पर भी कार्यक्रम होगा.

बढ़ाई गई सुरक्षा

दिल्ली: गणतंत्र दिवस के मद्देनज़र टिकरी बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. दिल्ली: गणतंत्र दिवस के मद्देनज़र राष्ट्रपति भवन को लाइटों से सजाया गया.

72वां गणतंत्र दिवस आज

देश आज 72वें गणतंत्र दिवस के जश्न में डूबा है. इस मौके पर हर बार की तरह लाल किले पर भारत की विविधता और ताकत का परिचय देती झाकियां निकलेंगी. हालांकि, कोरोना काल की वजह से कार्यक्रम को थोड़ा छोटा किया गया है.

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