3 दिन में खराब सरकारी राशन बांटने का दूसरा मामला:

अहाता नारायण सिंह के सरकारी डिपो पर कीड़े वाला 12 क्विंटल गेहूं बांटा गया। बोरियों में भरकर भेजा गए गेहूं को हाथ में पकड़ने से उसमें से पाउडर निकल रहा है। कीड़ा लगने से गेहूं पूरी तरह से खराब हो गई है। लोगों को खराब गेहूं मिला तो लाइन में लगे लोगों ने सड़ा गेहूं लेने से मना कर दिया। इसके बाद डिपो के सामने हंगामा शुरू हो गया। इस पर डिपो होल्डर ने कहा कि जैसा गेहूं सरकार ने भेजा, वही दे रहा हूं। मेरे हाथ में कुछ नहीं है।

विरोध ज्यादा बढ़ने पर मौके पर पहुंचे फूड सप्लाई विभाग के अधिकारियों ने खराब गेहूं की बात को नकारा तो लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। खुद ही लोगों ने डिपो में रखी गेहूं की बोरियों को फांडकर दिखाना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्होंने गेहूं को बदलने का भरोसा दिया। बरनाला जिले के भदाैड़ में भी 3 दिन पहले खराब सरकारी राशन बांटने का मामला आया था।

गौरतलब है कि फूड सप्लाई विभाग की तरफ से गरीबों को कंट्रोल रेट पर बांटने के लिए 3 महीने बाद अहाता नारायण सिंह में बने डिपो में करीब 98 क्विंटल गेहूं पहुंचा। वीरवार सुबह डिपो होल्डर बीरबल ने बांटना शुरू किया। गेहूं पूरी तरह से खराब था।

उसे हाथ में पकड़ने पर उसका पाउडर बन रहा था और बीच में गेहूं में लगने वाले कीड़ा भी लगा हुआ था। जिसे लोगों ने लेने से इंकार कर दिया। लोगों ने कहा कि गेहूं बदलें और ऐसा गेहूं भेजने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करें।

गेहूं खराब है, अफसरों को पता है

डिपो होल्डर बीरबल ने कहा कि उनके पास 98 क्विंटल गेहूं आती है‌। जिसमें से 12 क्विंटल तो वह बांट चुके हैं। उन्हें भी लगता है कि गेहूं की क्वालिटी ठीक नहीं है। पर यह उनके हाथ में नहीं है। सरकार ने जैसा गेहूं भेजा है वह उसे ही बांट सकते हैं। इसके बारे में उन्होंने अधिकारियों को बता दिया है।

जो गेहूं खराब है, उसे बदल देंगे: डीएफएसओ

डीएफएसओ हरप्रीत सिंह ने कहा कि जो गेहूं खराब है हम उसे बदल देंगे। उन्हें शिकायत मिली है और उन्होंने सैंपल भी भर लिए हैं। लेकिन कुछ बोरे खराब हो सकते हैं। अगर सभी हुए तो सभी बदले जाएंगे। वह किसी को तकलीफ नहीं आने देंगे।

लोग बोले- गेहूं पशुओं के खाने योग्य भी नहीं, ये इंसानों को बांट रहे

गेहूं लेने आई रीटा रानी, मनोज कुमार, अशोक कुमार आदि ने कहा कि सरकार उनकी गरीबी का मजाक उड़ा रही है। इस तरह की घटिया गेहूं पशुओं के खाने के लायक भी नहीं है। लेकिन उन्हें यह गेहूं बांटी जा रही है। डिपो होल्डर ने कहा कि ऐसा ही गेहूं आई है।

आप चेक कर सकते हैं। इसके बाद वहां पर हंगामा हो गया। मौके पर फूड सप्लाई विभाग के अधिकारी पहुंचे। उन्होंने गेहूं को देखकर पहले कहा कि यह गेहूं ठीक है। ज्यादा खराब नहीं है। जब गेहूं की घटिया क्वालिटी के बारे में अधिकारी नहीं माने तो लोगों ने उनके सामने बोरियां फाड़कर दिखाईं और अधिकारियों के न मानने वाले इस रवैए से गुस्साए लोगों ने मौके पर नारेबाजी शुरू कर दी‌। अधिकारियाें के आश्वासन पर शांत हुए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here