झारखंड सरकार द्वारा ‘अटल मोहल्ला क्लिनिक’ का नाम बदलकर ‘मदर टेरेसा एडवांस हेल्थ क्लिनिक’ रखने के फैसले पर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी आपत्ति जताई है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने इस निर्णय को संकीर्ण मानसिकता और राजनीति से प्रेरित बताया।
प्रवक्ता अजय साह का कहना है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार राज्य में विकास की पहलों को राजनीतिक विवादों में उलझाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि अटल मोहल्ला क्लिनिक और आयुष्मान भारत जैसी योजनाएं भाजपा की दूरदृष्टि का परिणाम हैं, जिन्होंने गरीबों और वंचित तबके को सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की हैं। ऐसे में इन योजनाओं का नाम बदलना सिर्फ राजनीतिक विरोध का तरीका है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को झारखंड राज्य के गठन का शिल्पी बताते हुए कहा कि उनका नाम इस राज्य के जनमानस से गहराई से जुड़ा हुआ है। “अटल जी का नाम हटाना सिर्फ एक महान नेता का नहीं, बल्कि झारखंड की अस्मिता का भी अपमान है।”
भाजपा नेता ने यह भी कहा कि यदि राज्य सरकार कोई नई योजना शुरू करना चाहती है, तो वह उसे किसी भी उपयुक्त नाम से आरंभ कर सकती है, लेकिन पहले से स्थापित योजनाओं का नाम बदलना जनविरोधी कदम है।
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के नाम को लेकर हुए विवाद का हवाला देते हुए अजय साह ने कहा कि यह कोई पहली घटना नहीं है जब राज्य सरकार ने राष्ट्रीय प्रतीकों और नेताओं के सम्मान को दरकिनार किया हो। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार घोटालों से ध्यान हटाने के लिए इस तरह के फैसलों के माध्यम से जनभावनाओं को भड़काने की रणनीति अपना रही है।