मेरठ जिले में विधानसभा चुनाव का मतदान कराने के लिए जनपद में कुल 1172 मतदान केंद्रों पर 2962 बूथ तैयार किए गए थे। प्रत्येक मतदान केंद्र पर एक मतदाता सहायता बूथ भी उपलब्ध कराया गया था। जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक मतदान केंद्र (एक केंद्र पर कई बूथ होते हैं) पर व्यवस्थाओं के लिए 230 रुपये खर्च किए गए। जबकि प्रत्येक मतदाता सहायता बूथ के लिए 345 रुपये का भुगतान किया गया। इन व्यवस्थाओं पर जनपद के सातों विधानसभा क्षेत्रों में कुल 6,73,900 रुपये खर्च किया गया।
इस प्रकार हुआ खर्च
यह व्यवस्थाएं करने की जिम्मेदारी तहसील प्रशासन को सौंपी गई थीं लिहाजा भुगतान भी तीनों तहसीलदारों के खातों में किया गया। जनपद के सात विधानसभा क्षेत्रों में मतदान के लिए इस बार कुल 2962 बूथ बनाए गए। ये बूथ 1172 मतदान केंद्रों (स्कूल परिसर व अन्य सरकारी भवनों) में बनाए गए। मतदान केंद्रों की व्यवस्थाओं के लिए जनपद में 2,69,560 तथा मतदाता सहायता बूथों पर 4,04,340 रुपया खर्च हुआ। दोनों व्यवस्थाओं पर कुल खर्च 6,73,900 रुपये किया गया।
सरधना तहसील को भेजा मवाना का पैसा
मतदान केंद्रों और मतदाता सहायता बूथों के निर्माण के लिए तहसीलदारों के खातों में धनराशि ई-पेमेंट के माध्यम से भेजी गई। लेकिन भुगतान करने में गड़बड़ हो गई। मवाना तहसील को भेजी जाने वाली धनराशि सरधना के खाते में चली गई और सरधना के खाते में जाने वाली राशि मवाना तहसीलदार के खाते में चली गई। चूंकि मवाना क्षेत्र में मतदान केंद्र ज्यादा हैैं लिहाजा वहां धनराशि कम रह गई। तहसीलदार मवाना ने जिला प्रशासन से 43,470 रुपये की मांग की है। मतदान केंद्र निर्माण के लिए मवाना तहसील को 1,01,430 तथा सरधना तहसील को 77,280 रुपये दिए जाने थे। जबकि मतदाता सहायता बूथ के लिए मवाना को 1,41,910 और सरधना को 1,22,590 रुपये दिए जाने थे। दोनों व्यवस्थाओं के लिए मवाना तहसील को 2,43,340 और सरधना को 1,99,870 रुपये भेजे जाने थे लेकिन भुगतान हो गया उल्टा। मवाना तहसीलदार ने बकाया राशि की मांग की है ताकि भुगतान किया जा सके।
विधानसभा क्षेत्रवार मतदान केंद्र
हस्तिनापुर 190
मेरठ 130
किठौर 176
सरधना 181
कैंट 144
दक्षिण 166
सिवालखास 185
कुल 1172