वैंकूवर: नाम कभी-कभी पहचान का प्रतीक होता है, लेकिन Apple स्टोर में काम करने वाले सैम संग (Sam Sung) के लिए यही नाम परेशानी का सबब बन गया। सैम का बिजनेस कार्ड 2012 में इंटरनेट पर रेडिट पर वायरल हो गया, जिससे लोग उनका मजाक बनाने लगे और उन्हें लगातार कॉल्स और सवालों का सामना करना पड़ा।

कहानी की शुरुआत
सैम उस समय ब्रिटिश कोलंबिया के वैंकूवर स्थित Apple स्टोर में काम कर रहे थे। उनके नाम की वजह से, जब सैमसंग ब्रांड Apple का बड़ा प्रतिस्पर्धी बनकर उभरा, लोगों ने भ्रमित होकर स्टोर में पूछताछ करनी शुरू कर दी। इसके चलते Apple स्टोर को भी परेशानी उठानी पड़ी और सैम को स्टोर से हटाकर दूसरी जगह काम पर लगाया गया, साथ ही उनके बिजनेस कार्ड का उपयोग बंद कर दिया गया।

चैरिटी के लिए नीलामी
2013 में Apple छोड़ने के बाद भी सैम का नाम उनका पीछा करता रहा। उन्होंने अपने पुराने बिजनेस कार्ड और यूनिफ़ॉर्म के कुछ हिस्से चैरिटी के लिए नीलाम किए। कार्ड 2,500 डॉलर में बिका और यह राशि चिल्ड्रन्स विश फाउंडेशन को दान की गई।

‘Sam Struan’ क्यों चुना नया नाम
मुश्किलों से निपटने के बाद, सैम ने अपना नाम बदलकर ‘Sam Struan’ रख लिया। इस नए उपनाम का चयन स्कॉटलैंड के आइल ऑफ स्काई में स्थित Struan गांव से प्रेरित था, जो सैम की पसंदीदा जगहों में से एक है। इस कदम से उन्होंने इंटरनेट पर मजाक और भ्रम दोनों से छुटकारा पाया।

इस तरह, सैम ने न केवल अपनी पहचान बचाई बल्कि नाम से जुड़ी परेशानी को एक सकारात्मक कहानी में बदल दिया।