उत्तर प्रदेश में 2022 में चुनाव होने हैं. ऐसे में बीजेपी ने अभी से ही तैयारी करना शुरू कर दी है. प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को गाजीपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि काशी के डोम राजा को पहले की सरकारों ने कोई सम्मान नहीं दिया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने उन्हें ‘पद्म श्री’ से सम्मानित किया.
योगी ने कहा कि काशी में संत शिरोमणि रविदास जी की पावन प्राकट्य स्थली के सुंदरीकरण हेतु हम वृहद स्तर पर कार्य कर रहे हैं. इस पुनीत कार्य में विरोधी दल के लोग रोड़े अटका रहे हैं, लेकिन कोई चिंता नहीं. सीएम ने कहा कि बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने अपनी मेहनत और बुद्धिमता से भारत को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ संविधान दिया. उनका त्यागमय जीवन हमें आत्मविस्मृति से उभारकर अपने गौरवशाली अतीत के साथ पुन: जोड़ने को प्रेरित करता है.
हमारा बस एक ही धर्म है-राष्ट्रधर्म
सीएम ने सभी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो भी राष्ट्रधर्म के मूल्यों को रौंदकर अपने स्वार्थ के लिए सत्ता की चाटुकारिता करता हुआ दिखाई देगा, समाज उसको कूड़ेदान में फेंककर हमेशा के लिए भुला देगा. उन्होंने कहा कि हमारा कोई धर्म नहीं, कोई मत और मजहब नहीं, कोई उपासना विधि नहीं, बस एक ही धर्म है ‘राष्ट्रधर्म’.
अनुसूचित जाति समाज का ‘नींव’ है
सीएम ने कहा कि ‘राष्ट्रधर्म’ का उपासक बन करके जो कार्य करेगा, अपने आप को समर्पित करेगा, वह लोक के लिए पूज्य हो जाएगा, समाज उसको पथ-पथ पर सम्मान देगा. आप सभी याद रखना, अनुसूचित जाति समाज का ‘नींव’ है. नींव दिखती नहीं है, लेकिन भवन उसी पर खड़ा होता है. भवन की मजबूती उसी पर निर्भर करती है.
अखिलेश यादव पर साधा सीएम ने निशाना
सीएम योगी ने कहा कि मैं देख रहा था, लखनऊ में एक परिवार है, वो कोरोना काल में कहीं नहीं निकला. लेकिन जब CAA के विरोध में उपद्रवी सड़कों पर आगजनी करने आ रहे थे, तो उनके समर्थन में पूरा खानदान निकल पड़ा था. यदि हिंदू समाज महाराजा सुहेलदेव के पराक्रम से प्रेरणा लेता तो कोई विदेशी आक्रांता ‘अयोध्या जी’ में श्री राम मंदिर को क्षतिग्रस्त करके हिंदू समाज को अपमानित करने का दुस्साहस नहीं कर पाता. कोरोना कालखंड के दौरान विपक्षी नेता ट्विटर पर खेल रहे थे, चुनाव में भी उन्हें ट्विटर पर ही खेलने के लिए छोड़ देने की आवश्यकता है.
‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’
उन्होंने कहा कि हमारे लिए ओबीसी, एससी-एसटी, महिला या युवा मोर्चा समाज को जोड़ने का माध्यम हैं, समाज के प्रत्येक तबके को जागरूक करने के लिए हैं. सबको समाज और राष्ट्र की मुख्यधारा के साथ जोड़कर ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करने के माध्यम हैं. आजादी के बाद तुष्टिकरण की जो राजनीति देश में चल रही थी, उस तुष्टिकरण की राजनीति को हमेशा के लिए समाप्त करेंगे.
उन्होंने कहा कि समाज में हर तबके का सम्मान हो, उन्हें उनका अधिकार मिले, शासन की योजनाओं का लाभ समान रूप से सबको प्राप्त हो, यही तो भारतीय जनता पार्टी कहती है. तुष्टिकरण की घृणित राजनीति करने वालों ने महाराणा प्रताप की बजाय अकबर को महान बता दिया. विदेशी आक्रांताओं के महिमामंडन में ऐसे शब्द गढ़े गए कि समाज भ्रमित हो जाए. सर्वांगीण विकास पिछली सरकारों का ध्येय नहीं था. वे तो केवल खानदान के लिए काम करते रहे हैं.