जानिए अभी कहां और कितना भयंकर रूप लेने वाला है चक्रवाती तूफान ‘तौकते’

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि ‘तौकते’ अब एक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है. एक दिन पहले ही अरब सागर के ऊपर बना दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ में तब्दील हुआ था. इसके 18 मई की सुबह के आसपास पोरबंदर तथा भावनगर जिले के महुवा के बीच गुजरात तट को पार करने की संभावना है. इस दौरान सौराष्ट्र और कच्छ के तटों के पास बेहद तेज बारिश के साथ ही 175 किलामीटर प्रतिघंटा तक की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.

आईएमडी के चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने पहले ही संभावना जताई थी की 16-19 मई के बीच ‘तौकते’ 150-160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ एक ‘‘अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान’’ में तब्दील होगा. हवाओं की रफ्तार बीच-बीच में 175 किलोमीटर प्रति घंटा भी हो सकती है. हालांकि सरकार चक्रवाती तूफान तौकते के लिए तैयार है, जो देश के पश्चिमी तट पर तेजी से बढ़ रहा है.

चक्रवात तौकते के गुजरात तट की ओर बढ़ने के साथ ही महाराष्ट्र तटीय और कुछ अंदरूनी हिस्सों पर इसके प्रभाव से जूझने की तैयारी पूरी की जा रही है, जो भारी बारिश और तेज हवाओं से प्रभावित हो सकते हैं. इस वजह से गुजरात के तटीय जिलों जूनागढ़, गिर सोमनाथ में अत्यंत भीषण बारिश हो सकती है जबकि जूनागढ़, पोरबंदर, द्वारका, अमरेली, राजकोट और जामनगर सहित कुछ अन्य स्थानों पर बहुत भारी से भारी बारिश की संभावना है.

आईएमडी के मुताबिक चक्रवाती तूफान के कारण महाराष्ट्र के रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में रविवार और सोमवार को भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है जबकि मुंबई, ठाणे और रायगढ़ में सोमवार को बहुत भारी बारिश होगी.

वहीं, भारतीय वायुसेना, नौसेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) चक्रवात तौकाते से निपटने की तैयारी कर रहे हैं. एक बयान में कहा गया कि भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना ने राहत, खोज और बचाव कार्यों के लिए जहाज और हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं जबकि थल सेना की इंजीनियर टास्क फोर्स इकाइयाँ, नावों और बचाव उपकरणों के साथ तैनाती के लिए तैयार हैं.

तौकते’ के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने अपनी टीमों की संख्या 53 से बढ़ाकर 100 कर दी है. 100 टीमों में से 42 पहले से ही छह राज्यों में जमीन पर तैनात हैं, जबकि 26 टीम प्रतीक्षा में तैयार रखी गई हैं. हर स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीम केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, गोवा, गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में तैनात की गई है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात तौकते से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए शनिवार को राज्यों, केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की और संबंधित अधिकारियों को लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने तथा बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी जरूरी सेवाओं का प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. तूफान को ‘तौकते’ नाम म्यांमा ने दिया है जिसका मतलब ‘छिपकली’ होता है. इस साल भारतीय तट पर यह पहला चक्रवाती तूफान होगा.

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