दादागिरी का उतर दादागिरी से देंगे, फडणवीस से मुलाकात के बाद रामदास अठावले बोले

महाराष्ट्र का सियासी संकट हर दिन नया मोड़ और नया रूप लेता हुआ दिखाई दे रहा है। इसी बीच बागियों के घर-दफ्तर में हो रही तोड़फोड़ को देखते हुए देवेंद्र फडनवीस के नेतृत्व में शनिवार को मुंबई में भारतीय जनता पार्टी की कोर कमेटी की बैठक शुरु हुई। पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र की राजनीतिक अस्थिरता के मुद्दे पर चुप्पी साधे रहने वाली भाजपा आज कुछ निर्णय ले सकती है। मीटिंग से बाहर आने के बाद केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि उद्धव के पास नंबर नहीं हैं, वो अब गुंडागर्दी पर उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि गुंडागर्दी का जवाब गुंडागर्दी से ही दिया जाएगा। 

राजनीतिक बदले की भावना से 16 बागी विधायकों का सुरक्षा कवच वापस लिया गया: शिंदे 
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने शनिवार को आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार ने 16 बागी विधायकों के आवास पर उपलब्ध कराई गई सुरक्षा वापस ले ली है। शिंदे ने कहा कि उनकी भी सुरक्षा वापस ले ली गई है और यह “राजनीतिक प्रतिशोध” की भावना से किया गया है। इस समय बागी विधायकों के साथ गुवाहाटी में डेरा डाले हुए शिंदे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल के नाम एक पत्र ट्वीट किया, जिस पर 16 विधायकों के हस्ताक्षर हैं। इस पत्र में विधायकों ने कहा है कि अगर उनके परिवार के लोगों को कुछ हुआ तो मुख्यमंत्री ठाकरे और सत्तारूढ़ महा विकास आघाड़ी गठबंधन के नेता उसके लिये जिम्मेदार होंगे। 

शिंदे ने ट्वीट में कहा कि “राजनीतिक प्रतिशोध” की भावना के चलते ठाकरे और वलसे पाटिल के आदेश पर शिवसेना के 16 विधायकों की सुरक्षा वापस ले ली गई है। उन्होंने कहा, “इन विधायकों की सुरक्षा के लिए सरकार जिम्मेदार है।” पत्र में विधायकों ने मांग की है कि उनकी सुरक्षा बहाल की जाए। पत्र में कहा गया, “यदि हमारे परिवार के सदस्यों को नुकसान पहुंचा तो मुख्यमंत्री, महा विकास आघाड़ी के नेता, जैसे शरद पवार, संजय राउत और आदित्य ठाकरे इसके जिम्मेदार होंगे।” विधायकों ने कहा कि उनके परिवार के सदस्यों और उनके आवास को प्रोटोकॉल के तहत मिला सुरक्षा कवच अवैध रूप से और बदले की भावना से हटाया गया है। 

शिवसेना विश्वास मत हासिल करेगी, राउत का दावा 
 शिवसेना नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने दावा किया है कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वास मत हासिल करेगी। राउत ने शनिवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी कहा है कि वह शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे और अन्य विधायकों के विद्रोह के बाद राज्य में जारी राजनीतिक उथल-पुथल में हस्तक्षेप न करें।उन्होंने कहा कि अगर श्री फडणवीस हस्तक्षेप करते हैं, तो एक बार फिर वह विफल हो जायेंगे और उनकी पार्टी की विश्वसनीयता खत्म हो जायेगी।’ उन्होंने कहा , ‘‘ हजारों शिवसैनिकों ने पार्टी के लिए अपना खून बहाया और अपने प्राणों की आहुति दी। शिवसेना को अपहृत नहीं किया जा सकता। एक बार जब शिवसेना के सभी बागी विधायक मुंबई लौट आयेंगे , तो हम विधानसभा में बहुमत हासिल करेंगे।” 

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