मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी के आदेश के बाद मंगलवार सुबह पठानकोट सरकारी कार्यालयों में चेकिंग की गई। एसडीएम पठानकोट गुरसिमरन सिंह ढिल्लों ने मिनी सचिवालय स्थित दफ्तरों में चेकिंग की। इस दौरान तीन जिला अधिकारियों समेत 30 के करीब कर्मचारी गैरहाजिर मिले। सभी को एसडीएम पठानकोट की ओर से नोटिस जारी किए गए। वहीं, समय पर दफ्तरों में पहुंच चुके कर्मचारियों को एप्रिसिएशन लेटर दिए गए।
पठानकोट एसडीएम गुरसिमरन सिंह ढिल्लों सुबह 8:50 पर अपने दफ्तर में पहुंचे। इस दौरान उनके साथ नायब तहसीलदार राजकुमार भी उपस्थित रहे। एसडीएम पठानकोट की ओर से सबसे पहले अपने ही कार्यालय में कर्मचारियों की हाजिरी चेक की गई। सभी कर्मचारी हाजिर पाए गए, उसके बाद खजाना कार्यालय के खजाना अफसर समेत सभी कर्मचारी मौजूद मिले।
इसके बाद एसडीएम पठानकोट नायब तहसीलदार के साथ डीपीआरओ पठानकोट ऑफिस में पहुंचे जहां पूरा स्टाफ हाजिर पाया गया। इसके अलावा, एसडीएम पठानकोट में कृषि दफ्तर में चेकिंग की जहां अभी सफाई सेविका की ओर से झाड़ू लगाया जा रहा था और दो ब्लॉक कृषि अधिकारियों समेत कई कर्मचारी 9:20 तक अपने कार्यालय में नहीं पहुंचे थे।
10 बजे तक चली चेकिंग में एसडीएम पठानकोट की ओर से गैरहाजिर मिले जिलाधिकारियों और कर्मचारियों को नोटिस जारी किए गए हैं। वहीं चेकिंग के दौरान सामने आया है कि कई अधिकारियों और कर्मचारियों ने विभागीय व्हाट्सएप ग्रुप पर ही अपने देरी से आने के कारण का मैसेज छोड़ा था। जिसे एसडीएम पठानकोट ने नकारते हुए कहा कि जब तक कोई भी अधिकारी मूवमेंट रजिस्टर पर अपने देरी से आने का कारण नहीं बताएगा, उसे गैर हाजिर माना जाएगा। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी और कर्मचारी समय पर कार्यालय आते हैं, वह सबसे पहले आकर अपनी हाजिरी लगाएं, उसके बाद ही काम शुरू करें।
एसडीएम पठानकोट ने कहा कि गैर हाजिर और हाजिर मिले कर्मचारियों की सारी जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय समेत उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। उन्होंने कहा कि जनता को सभी सरकारी सुविधाओं का लाभ दिलवाने और अधिकारियों को समय के प्रति पाबंद करने के लिए इस तरह की चेकिंग भविष्य में दोबारा की जाएगी।