नई दिल्ली। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बुधवार को सोने और चांदी की कीमतों ने नया कीमती रिकॉर्ड बनाया। वायदा कारोबार में सोना 10 ग्राम के भाव 1,38,676 रुपये तक पहुंच गया, जबकि वैश्विक बाजार में इसका भाव 4,500 डॉलर प्रति औंस के पार निकल गया। निवेशकों की निगाहें अमेरिका में मौद्रिक नीति में नरमी की उम्मीदों और बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों पर टिकी हुई हैं।
सोने में लगातार तीसरी बढ़त
फरवरी डिलीवरी वाले सोने ने एमसीएक्स पर 791 रुपये या 0.57 फीसदी की तेजी दर्ज की और अब तक के उच्चतम स्तर 1,38,676 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
चांदी की भी छलांग
मार्च 2026 डिलीवरी वाली चांदी चौथे दिन लगातार बढ़ी और 4,234 रुपये या 1.93 फीसदी की उछाल के साथ 2,23,887 रुपये प्रति किलोग्राम के नए शिखर तक पहुंच गई।
वैश्विक बाजारों में भी तेजी
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉमेक्स पर सोने के वायदा भाव 49.4 डॉलर या 1.10 फीसदी की बढ़त के साथ 4,555.1 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गए। इसी तरह, चांदी का मार्च 2026 कॉन्ट्रैक्ट 1.61 डॉलर या 2.23 फीसदी बढ़कर 72.75 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
विशेषज्ञों की राय
रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट जिगर त्रिवेदी ने बताया कि सोने की कीमतों में यह उछाल अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में नरमी की उम्मीद और वैश्विक भू-राजनीतिक तनावों के कारण आया है।
विश्लेषकों का कहना है कि कमजोर अमेरिकी डॉलर, वैश्विक अनिश्चितता और गोल्ड ईटीएफ में निवेश प्रवाह ने सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में मजबूती दी है। घरेलू बाजार में सोने की कीमतें 1,40,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास पहुंच गई हैं।
1979 के बाद की सबसे बड़ी वार्षिक तेजी
विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2025 में सोने की कीमतों में लगभग 70 फीसदी की बढ़त हुई है, जो 1979 के बाद की सबसे मजबूत सालाना तेजी मानी जा रही है। आर्थिक अनिश्चितता और वैश्विक तनावों के बीच कीमती धातुओं में यह मजबूती आने वाले समय में भी जारी रहने की संभावना है।