जौहर यूनिवर्सिटी मामले में आजम के समर्थन में उतरे दिग्विजय सिंह, लेकिन आदेश तो कोर्ट ने दिया है

जौहर विश्वविद्यालय गेट हटाने के आदेश के बाद सोशल साइट्स पर जौहर विवि गेट ट्रेंड हो रहा है। इसे लेकर #savejauharuniversity के साथ ट्वीट और रीट्वीट किए जा रहे हैं।

लोक निर्माण विभाग की सड़क बंद करके उसे जौहर विश्वविद्यालय में शामिल करने और वहां मेन गेट बना लेने के मामले में दो साल पहले एसडीएम सदर की अदालत से गेट हटाने का आदेश जारी हुआ था। साथ ही जुर्माना भी लगाया गया था। इसके बाद जौहर विवि प्रबंधन ने हाईकोर्ट का रुख किया था।

हाईकोर्ट ने इस मामले में सुनवाई से इनकार करते हुए सेशन कोर्ट में अपील किए जाने की बात कही थी। इसके बाद साल 2019 में यह मामला सेशन कोर्ट में आ गया था। दो अगस्त को सेशन कोर्ट ने एसडीएम कोर्ट द्वारा दिए गए गेट हटाने के आदेश को यथावत रखा था। एसडीएम कोर्ट से निर्धारित जुर्माने व क्षतिपूर्ति की राशि में बदलाव कर दिया था।

अब यह मामला सोशल साइट पर ट्रेंड हो रहा है। हैशटैग सेव जौहर यूनिवर्सिटी पर ट्वीट और रीट्वीट किए जा रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी इस मामले में फेसबुक पर कमेंट किया है।

आजम खां के पक्ष में आए दिग्विजय सिंह ने पोस्ट किया और योगी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने लिखा है कि ‘भाजपा केवल विध्वंस में विश्वास करती है निर्माण में नहीं। जौहर विश्वविद्यालय शिक्षण संस्थान है। उसमें तोड़ फोड़ की क्या आवश्यकता है? केवल इसलिए कि उसे खड़ा करने में आज़म खां ने अपना पूरा राजनीतिक जीवन झोंक दिया’।

उन्होंने लिखा कि ‘योगी जी उच्च कोटि का नया विश्वविद्यालय खड़ा करिए। जौहर विश्वविद्यालय को और कैसे उच्च कोटि की शिक्षण संस्थान बना सकते उस पर विचार करिए। उसे नष्ट करने की पहल न करें’। उन्होंने अपनी पोस्ट में जौहर यूनिवर्सिटी को बचाने का #SaveJauharUniversity हैशटैग भी लगाया है।

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