विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को साउथ कैंपस के आर्यभट्ट कॉलेज पहुंचे। जहां उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कहा कि दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) एक बहुत ही खास जिम्मेदारी वहन करता है। वे जो बदलाव लाते हैं वह सिर्फ राजधानी शहर के लिए नहीं है, इससे भारत की शान बढ़ती है। जयशंकर ने डीडीए के अधिकारियों और कर्मचारियों से बातचीत करते हुए कहा कि दिल्ली में जो भी बदलाव लाया जाता है, उसका मॉडल प्रभाव देश के बाकी हिस्सों पर भी पड़ता है।
उन्होंने कहा कि मेरे माता-पिता भी डीडीए के फ्लैटों में रहते थे। मैं हमेशा आप सभी को आपके द्वारा किए गए काम के लिए धन्यवाद देना चाहता था। कार्यक्रम में विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी भी शामिल हुईं। विदेश मंत्रालय मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने पर बीजेपी के आउटरीच अभियान के तहत बैठकें और कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
उन्होंने कहा कि सुषमा स्वराज और मैं चर्चा करते थे कि हमारा मंत्री-सचिव संयोजन सबसे अच्छा था। क्योंकि हमने एक साथ कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं। डीडीए एक बहुत ही खास जिम्मेदारी वहन करता है, जो बदलाव वे लाते हैं वह सिर्फ राजधानी शहर के लिए नहीं है, यह है भारत की एक छाप। दिल्ली में लाए गए किसी भी बदलाव का देश के बाकी हिस्सों पर भी एक मॉडल प्रभाव पड़ता है और आज दुनिया हमें बहुत सम्मान की नजर से देख रही है।दिल्ली में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि आज विदेशी निवेश में हम पहले स्थान पर हैं। मगर ये वो स्थान नहीं है। जहां हम संतुष्ट हो जाएं।
हम इसे और बढ़ाना चाहते हैं। ये और बढ़ सकता है। मगर तभी होगा जब हम भारत में सही कदम उठाएंगे। लोग यहां तभी आएंगे। जब यहां इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा होगा, टैलेंट होगा, सभी जगह सफाई होगी… पिछले 9 सालों में शिक्षण संस्थानों में उतना ही विकास किया गया। जितना 60 सालों में हुआ।विदेश मंत्री ने कहा कि यहां जी 20 की 200 बैठकें होंगी। तो हर बैठक के लिए 200-300 लोग तो आएंगे ही। ये लोग जब अपने देश में जाएंगे तो भारत की बात करेंगे। जी20 से हमें जो फायदा होगा। वो इस साल नहीं होगा। बल्कि अगले 5-10 सालों में होगा। जब देश का पर्यटन बढ़ेगा। दुनिया में कुछ बड़े देश हैं, जिनके GDP का 30 फीसदी हिस्सा कभी पर्यटन से आता है। पर्यटन का मूल्य बहुत अधिक है, जिसके यहां होने की हम उम्मीद कर रहे हैं।
साउथ कैंपस के आर्यभट्ट कॉलेज में संबोधित करते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि पीएम मोदी को घर के मालिकाना हक की अहमियत का एहसास हुआ। पिछले 9 सालों में वाकई प्रभावशाली कार्यक्रम हुए हैं। तमाम कार्यक्रमों में से एक नंबर जिससे दुनिया हैरान है, वह यह है कि हमने पीएम आवास योजना के तहत 3.5 करोड़ से ज्यादा लोगों को घर मुहैया कराया है। औसत भारतीय परिवार 4.8 है। इसे 3.5 करोड़ से गुणा करें। मैं लोगों से कहता हूं कि यह जापान की पूरी आबादी को घर देने जैसा है।