किसानों ने विश्वासघात किया, लेकिन हमने संयम बरता – पुलिस कमिश्नर

गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर मार्च में हुई हिंसा के बाद अब दिल्ली-एनसीआर की पुलिस अलर्ट पर है. दिल्ली पुलिस ने इस दौरान प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया. दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने इश दौरान कहा कि हमारे मजबूत इंतजाम और संयम का ही फल है कि इतनी बड़ी घटना में पुलिस एक्शन से किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ. मैं फिर दोहराता हूं कि जो भी हिंसा में शामिल पाया जायेगा, चाहें वे किसान नेता ही क्यों न हों, किसी को भी दिल्ली पुलिस बख्शेगी नहीं.

किसान नेताओं ने शर्तें न मानकर किया विश्वासघात

हमारे मजबूत इंतजाम और संयम का ही फल है कि इतनी बड़ी घटना में पुलिस एक्शन से किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ है. मैं फिर दोहराता हूं कि जो भी शामिल पाया जायेगा, चाहें वे किसान नेता ही क्यों न हों, किसी को भी दिल्ली पुलिस बख्शेगी नहीं. किसान नेताओं ने हमारी शर्तें न मानकर हमारे साथ विश्वासघात किया है. अब तक 19 लोग गिरफ्तार कर चुके हैं. 50 से हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. अभी जांच में कई और नाम भी निकल कर आयेंगे.

हमने वही किया जो हमें करना चाहिए था

किसान संगठनों के सभी नेताओं से भी पूछताछ की जायेगी. 308 टिव्टर हैंडल पकड़े गये थे जो पाकिस्तान से बनाए गए थे. हमारे पास हर सूचना थी. हमने वही किया जो हमें करना चाहिए था.

अब तक 25 से ज़्यादा आपराधिक केस दर्ज

अब तक 25 से ज्यादा आपराधिक मुकदमें दर्ज कर चुके हैं. कोई भी दोषी छोड़ा नहीं जायेगा. चाहे वे किसान नेता ही क्यों न हों. कानूनी कार्यवाही उनके खिलाफ भी होगी..

झंडा फहराने वालों की जल्द होगी गिरफ्तारी

लाल किला पर फहराये झंडे की घटना को पुलिस ने गंभीरता से लिया है. चेहरों से पहचान की जा रही है. उनकी जल्दी ही कानूनन गिरफ्तारी की जायेगी.

लाल किले पर झंडे फहराए गए, कुछ धार्मिक झंडे भी थे

दिल्ली पुलिस ने कहा कि इसके बाद भी हमने आंसू गैस का इस्तेमाल करके ही भीड़ नियंत्रित की, इसमें कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए. किसान जिन रास्तों से लाल किला पहुंचे, वहां कई किसान संगठनों ने झंडे फहराये…कुछ धार्मिक झंडे भी फहराये गये….सब झंडे कब्जे में ले लिये हैं….यह अब हमारी प्रॉपर्टी है.

इसलिए हमने रास्ता बदल लिया, इतना हुआ नुकसान

हम जान माल का नुकसान नहीं चाहते थे…इसलिए हमने रास्ता बदल लिया था…हम अंत तक एग्रीमेंट के हिसाब से जिम्मेदार रहे हैं…फसाद नियम और समझौते को तोड़ने के लिए किसान नेता सब जिम्मेदार. कुल 394 पुलिसकर्मी जख्मी…कई अभी तक अस्पताल में दाखिल…कई आईसीयू में दाखिल हैं. पुलिस के 428 बैरीकेड्स, 30 पुलिस वाहन, मय पीसीआर वाहन, 6 कंटेनर, डंपर पुलिस के तबाह कर दिए गए हैं.

टिकैत के साथ वाले किसान भी फसाद में शामिल हुए

गाजीपुर बार्डर वाले किसान राकेश टिकैत के साथ वाले किसान भी ऐसे ही फसाद मेें शामिल हुए,…तमाम किसानों ने बैरीकेड्स तोड़े और लाल किले तक पहुंचे…हम फिर भी संयम बरतते रहे.

सुबह 6 बजे से ही तोड़े गए बैरीकेड्स

दिल्ली पुलिस ने कहा कि 26 जनवरी को सुबह 6 बजे से ही बैरीकेड्स तोड़ने शुरू कर दिए गए थे. पन्नू ने काफी भड़काऊ भाषण दिया….किसान बैरीकेड्स तोड़ने लगे…किसान नेता बूटा सिंह बुर्ज भी धरने पर बैठ गये और आगे जाने से मना किया. एक कंटेनर पलट दिया…फिर वहां से पंजाबी बाग, पीरागढ़ी होते हुए लाल किला तक पहुंच गये

कुंडली मानेसर पेरीफरिवल पर मार्च निकालने को कहा

दिल्ली पुलिस के मुताबिक जब वो नहीं माने तो हमने कहा कुंडली मानेसर पेरीफरिवल मार्ग पर मार्च निकालने को कहा और सहयोग का वादा किया.

लिखित में हुए थे समझौते, हमने रखी थीं शर्तें

हमने दिल्ली की जनता की सुरक्षा को पहले ध्यान में रखा. कुछ शर्तों के मुताबिक ही हमने किसानों को परमीशन दी थी. पहली शर्त 12 बजे से ट्रैक्टर रैली की शुरुआत 5 बजे शाम खत्म होगी. दूसरी शर्त ट्रैक्टर मार्च को किसान नेता लीड करेंगे. पांच हजार से ज्यादा ट्रैक्टर्स की अनुमति नहीं थी. किसी भी हथियार के साथ चलने की रैली में किसी को अनुमति नहीं थी. लिखित में सब समझौते हुए.

हमने उन्हें तीन रुट्स दिये थे- दिल्ली पुलिस कमिश्नर

हमने उन्हें तीन रुट्स दिये थे, जिसमें पहला- सिंघु बार्डर वाले किसानों को मुकरबा चौक, बबाना से वापिस कुंडली जाना था. यह रास्ता 63 किलोमीटर का था. टीकरी के किसानों को नजफगढ़ ढांसा बार्डर से केएमपी से वापिस होना था..यह 74 किलोमीटर का रास्ता था. गाजीपुर के किसानों के लिए अप्सरा बार्डर से होकर 46 किलोमीटर चलकर वापिस गाजीपुर बार्डर लौटना था.

2 जनवरी को पता चला कि किसान करेंगे ट्रैक्टर मार्च

दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 2 जनवरी को पुलिस को पता चला कि किसान ट्रैक्टर रैली कर रहे हैं. उनके नेताओं ने ऐलान किया कि 26 जनवरी को उनके सपोर्टर दिल्ली में आएंगे, उसके बाद उनसे संपर्क किया गया.

मना किया पर वो नहीं माने- दिल्ली पुलिस

दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमने उन्हें 26 जनवरी को परेड करने के लिए मना किया था पर वो नहीं माने.

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