पाकिस्तान क्रिकेट एक नए विवाद में उलझ गया है। टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया है। यह फैसला पाकिस्तान क्रिकेट में असंतोष की नई लहर पैदा कर रहा है।
PCB की ओर से कुल 30 खिलाड़ियों को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट सूची में शामिल किया गया था, जिनमें से 29 खिलाड़ियों ने इस करार पर साइन कर दिए हैं। लेकिन मोहम्मद रिजवान एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अब तक करार पर हस्ताक्षर नहीं किए।
क्यों भड़के रिजवान?
रिपोर्टों के मुताबिक, रिजवान का यह कदम टी20 टीम से बाहर किए जाने के विरोध में है। बताया जा रहा है कि उन्होंने कॉन्ट्रैक्ट साइन करने से पहले बोर्ड से यह पूछा है कि आखिर बिना किसी ठोस वजह के उन्हें टीम से बाहर क्यों किया गया।
पाकिस्तानी मीडिया की मानें तो रिजवान ने PCB से कुछ अतिरिक्त शर्तें और स्पष्टीकरण की भी मांग की है, हालांकि उनकी डिमांड्स का खुलासा अब तक नहीं किया गया है।
कप्तानी से भी हटाया गया था
यह विवाद तब गहराया जब कुछ महीने पहले PCB ने रिजवान को अचानक वनडे टीम की कप्तानी से भी हटा दिया था। हैरानी की बात यह रही कि बोर्ड ने इस फैसले की कोई स्पष्ट वजह नहीं बताई। रिजवान की कप्तानी में पाकिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ सीरीज जीती थी। बावजूद इसके, PCB ने उन्हें हटाकर शाहीन शाह अफरीदी को वनडे कप्तान बना दिया।
“मनमर्जी” से नाराज़ खिलाड़ी
सूत्रों के अनुसार, हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घोषित टी20 सीरीज टीम से भी रिजवान को बिना पूर्व सूचना के बाहर कर दिया गया। PCB के इस रवैये से नाराज़ होकर उन्होंने करार पर हस्ताक्षर न करने का फैसला लिया।
रिजवान का यह कदम पाकिस्तान क्रिकेट में खिलाड़ियों और बोर्ड के बीच तनावपूर्ण संबंधों की ओर इशारा करता है। क्रिकेट विश्लेषकों का मानना है कि अगर मामला जल्द नहीं सुलझाया गया तो यह विवाद टीम के माहौल और भविष्य दोनों को प्रभावित कर सकता है।