इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में शुक्रवार को एक इंटेलिजेंस-आधारित अभियान के दौरान आठ तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के आतंकवादी मारे गए और पांच अन्य घायल हो गए। यह अभियान लक्की मरवत जिले के वांडा शेख अल्लाह इलाके में चलाया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मारे गए आतंकवादियों में स्थानीय स्तर पर सक्रिय टीटीपी के सदस्य शामिल थे।

सरकारी स्कूल में बम विस्फोट

दूसरी घटना में, दक्षिणी वजीरिस्तान की सीमा के पास टैंक जिले के गारा बुद्धा गांव में एक नए सरकारी बालिका प्राथमिक विद्यालय में विस्फोट हुआ। पुलिस ने बताया कि इस समय स्कूल खाली था, इसलिए किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। सुरक्षा अधिकारी मानते हैं कि यह हमला क्षेत्र में शिक्षा और विशेषकर लड़कियों की पढ़ाई में बाधा डालने के इरादे से किया गया। अब तक किसी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

लोकल एनजीओ के आंकड़ों के अनुसार, पिछले दस वर्षों में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में उग्रवादियों के हमलों में 450 से अधिक स्कूल नष्ट हो चुके हैं, जिससे छात्रों को पढ़ाई छोड़नी पड़ी या वे खंडहर और मलबे के पास पढ़ने के लिए मजबूर हुए।

आतंकवाद से जुड़ी हालिया घटनाएं

पाकिस्तान के अफगानिस्तान सीमा से लगे प्रांतों में आतंकवाद की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी गई है। आतंकवाद निरोधी विभाग (CTD) की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल अब तक खैबर पख्तूनख्वा में आतंकवाद की घटनाओं में 298 लोग मारे गए। इसमें 117 पुलिसकर्मी और 181 नागरिक शामिल हैं।

रिपोर्ट में बताया गया है कि इस साल प्रांत भर में 2,366 खुफिया-आधारित अभियान चलाए गए, जिनमें 1,124 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया और 368 को मार गिराया गया। इसी दौरान, आतंकवाद से जुड़े 6,181 संदिग्धों पर आरोप लगाए गए।

इसके अतिरिक्त, जबरन वसूली और अपराधी गिरोहों के खिलाफ भी कार्रवाई तेज की गई है। इस साल अब तक 1,287 मामले दर्ज किए गए और 209 संदिग्धों पर आरोप लगाए गए, जबकि 52 को गिरफ्तार किया गया।