अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर कड़ा हमला बोला है। ट्रंप का कहना है कि यूक्रेन में जारी युद्ध उन्हें बहुत निराश कर रहा है और उन्हें समझ नहीं आता कि पुतिन यह संघर्ष क्यों जारी रखे हुए हैं। ट्रंप ने कहा कि यह युद्ध तो केवल एक हफ्ते में ही समाप्त हो जाना चाहिए था।
ट्रंप का यह बयान शुक्रवार को यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की से मुलाकात से पहले आया है। इस बैठक में यूक्रेन को अमेरिकी सैन्य और आर्थिक समर्थन पर चर्चा होने की संभावना है।
ट्रंप ने पुतिन पर निशाना साधते हुए कहा:
"मैं बहुत निराश हूं क्योंकि मेरे और पुतिन के बीच अच्छे संबंध थे। अब भी हो सकते हैं, लेकिन यह युद्ध उनके लिए बहुत बुरा रहा है। उन्होंने लगभग डेढ़ लाख सैनिक खो दिए हैं। यह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ी हताहतियों वाला युद्ध बन गया है।"
ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान में भी उन्होंने कई संकट सुलझाए हैं, लेकिन यूक्रेन युद्ध को पूरी तरह सुलझाना पुतिन का जिम्मा है।
टॉमहॉक मिसाइलों की संभावना:
अमेरिकी प्रशासन अब यूक्रेन को लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलें, टॉमहॉक, देने पर विचार कर रहा है। एक टॉमहॉक मिसाइल की कीमत लगभग 11.44 करोड़ रुपये है और इसकी मारक क्षमता 2,500 किलोमीटर है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि यूक्रेन इन मिसाइलों का उपयोग करता है, तो रूस के 1,900 से अधिक सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जा सकता है।
इस बीच, रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने चेतावनी दी है कि टॉमहॉक मिसाइलों की आपूर्ति से वाशिंगटन और मॉस्को के संबंध खराब हो सकते हैं।
जेलेंस्की की विशेष मांग:
स्थानीय मीडिया के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान जेलेंस्की ने ट्रंप से विशेष रूप से टॉमहॉक मिसाइलों की डिलीवरी की मांग की थी। अमेरिकी विशेषज्ञों और नाटो सदस्य देशों ने भी इस संभावना पर प्रतिक्रिया दी है।
ट्रंप की यह टिप्पणी अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिली के साथ व्हाइट हाउस में द्विपक्षीय बैठक के दौरान आई, जिसमें उन्होंने अर्जेंटीना को 20 अरब डॉलर का आर्थिक पैकेज देने की घोषणा की।
इस तरह, यूक्रेन को सैन्य सहायता देने और युद्ध के संभावित विस्तार को लेकर वैश्विक राजनीति में तनाव बढ़ता जा रहा है।