वॉशिंगटन। अमेरिका में सरकार का आंशिक शटडाउन तीसरे दिन में प्रवेश कर चुका है और इसे जल्द खत्म होने की संभावनाएं बेहद कम दिखाई दे रही हैं। शुक्रवार को सीनेट में सरकार को फंडिंग देने संबंधी प्रस्ताव पर मतदान हुआ, लेकिन आवश्यक समर्थन न मिलने के कारण बिल पास नहीं हो सका। इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाने के लिए 60 वोटों की आवश्यकता थी, जबकि रिपब्लिकन बहुमत में होने के बावजूद डेमोक्रेट्स के विरोध से संख्या पूरी नहीं हो पाई।
स्वास्थ्य लाभ बढ़ाने पर अड़े डेमोक्रेट्स
डेमोक्रेट्स का कहना है कि कांग्रेस को स्वास्थ्य सेवाओं और लाभों में वृद्धि करनी चाहिए। दूसरी ओर, रिपब्लिकन बार-बार हाउस से पारित बिल को सीनेट में रखकर दबाव बनाने की रणनीति अपना रहे हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कर्मचारियों में कटौती और खर्च कम करने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। सीनेट के फाइलबस्टर नियमों की वजह से बहुमत के बावजूद रिपब्लिकन को डेमोक्रेट्स का सहयोग लेना जरूरी है।
13 लाख सैन्य कर्मी वेतन से वंचित
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलाइन लीविट ने कहा कि शटडाउन का असर सीधे लाखों नागरिकों पर पड़ रहा है। अमेरिकी सेना, नौसेना, एयर फोर्स, मरीन कॉर्प्स, कोस्ट गार्ड और स्पेस फोर्स के लगभग 13 लाख कर्मचारी वेतन न मिलने की समस्या से जूझ रहे हैं। टेक्सास के फोर्ट हूड स्थित YMCA फूड पैंट्री पर सैन्य परिवारों की लंबी कतारें देखी गईं, जो पहले कभी नहीं हुआ।
शटडाउन का असर WIC कार्यक्रम पर भी दिख रहा है, जिससे करीब 70 लाख माताओं, बच्चों और गरीब परिवारों को सहायता नहीं मिल पाएगी। देशभर के 13 हजार एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बिना वेतन काम करने को मजबूर हैं। राष्ट्रीय बाढ़ बीमा योजना बंद होने से आपदाओं की स्थिति में परिवारों को सुरक्षा नहीं मिल पाएगी।
अर्थव्यवस्था पर गहरा असर
शटडाउन की मार अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी पड़ने लगी है। सामाजिक सुरक्षा कार्यालयों की सेवाएं सीमित हो गई हैं, जिससे वरिष्ठ नागरिक और दिव्यांग प्रभावित हैं। युद्ध-सेवानिवृत्त सैनिकों को नागरिक जीवन में लौटने में मदद नहीं मिल पा रही। विशेषज्ञों के अनुसार, हर हफ्ते लगभग 15 अरब डॉलर का GDP नुकसान हो सकता है। यदि शटडाउन एक महीने तक जारी रहा तो 43 हजार अतिरिक्त लोग बेरोजगार हो जाएंगे और छोटे व्यवसायों को संघीय ऋण मिलने में कठिनाई होगी।