पश्चिम बंगाल के कस्बा स्थित कलकत्ता लॉ कॉलेज में छात्रा से दुष्कर्म के मामले पर टिप्पणी कर विवाद में आए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) विधायक मदन मित्रा ने अपने बयान पर खेद जताया है। पार्टी द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने के बाद मदन मित्रा ने टीएमसी के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बक्सी को माफीनामा भेजा है।
“बयान से पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा” – मदन मित्रा
मित्रा ने माफीनामे में स्वीकार किया कि उनके बयान से जनता के बीच पार्टी की छवि को ठेस पहुंची है। उन्होंने कस्बा दुष्कर्म मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी का उद्देश्य अपराधियों को बचाना नहीं था।
क्या था विवादास्पद बयान?
कस्बा इलाके में एक छात्रा के साथ हुए दुष्कर्म की घटना के बाद मदन मित्रा ने कहा था कि यदि छात्रा अकेले कॉलेज नहीं जाती, तो यह हादसा नहीं होता। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रा को कुछ मित्रों को साथ लेकर या किसी को सूचित करके कॉलेज जाना चाहिए था। उनके मुताबिक, इस घटना से लड़कियों को यह सीख मिलनी चाहिए कि बंद कॉलेज में किसी के बुलावे पर न जाएं।
मित्रा की इस टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया सामने आई थी और इसे पीड़िता को दोषी ठहराने के रूप में देखा गया।
सोशल मीडिया पर दी सफाई
मदन मित्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर बयान जारी करते हुए कहा, “मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि कस्बा प्रकरण में पुलिस की कार्रवाई का मैं समर्थन करता हूं और यह कहना गलत है कि मैंने अपराधियों को बचाने की कोशिश की। मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया और इसका इस्तेमाल पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया।”
उन्होंने आगे लिखा, “मेरे लंबे राजनीतिक जीवन में मैंने कभी कोई ऐसा काम नहीं किया, जो जनता को अस्वीकार्य लगा हो। फिर भी अगर मेरे शब्दों से गलतफहमी पैदा हुई हो, तो मैं खेद व्यक्त करता हूं और किसी भी जांच के लिए तैयार हूं। मुझे विश्वास है कि पार्टी मेरी बात को समझेगी।”
Read News: कोल्ड ड्रिंक में नशा देकर युवक से क्रूरता, किन्नरों पर बर्बरता का आरोप