महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में रविवार को बॉम्बे हाईकोर्ट की नई सर्किट बेंच की शुरुआत हुई। मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई ने इसका उद्घाटन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी मौजूद रहे।
क्यों थी बेंच की जरूरत?
पश्चिम महाराष्ट्र और कोंकण क्षेत्र के नागरिक और वकील लंबे समय से यहां हाईकोर्ट की बेंच की मांग कर रहे थे। अब तक उन्हें अपने मुकदमों की सुनवाई के लिए लगभग 380 किलोमीटर दूर मुंबई जाना पड़ता था, जिससे समय और खर्च दोनों बढ़ जाते थे। नई बेंच खुलने से कोल्हापुर सहित छह जिलों को राहत मिलेगी।
किन जिलों के मामले सुने जाएंगे?
कोल्हापुर बेंच को छह जिलों का अधिकार क्षेत्र मिला है—
- कोल्हापुर
- सतारा
- सांगली
- सोलापुर
- रत्नागिरी
- सिंधुदुर्ग
कब से शुरू होगा कामकाज?
18 अगस्त (सोमवार) से कोल्हापुर बेंच में सुनवाई औपचारिक रूप से शुरू होगी। यहां एक डिवीजन बेंच (दो न्यायाधीशों की) और दो सिंगल बेंच (एक-एक न्यायाधीश की) बैठेंगी।
कौन संभालेंगे बेंच?
- डिवीजन बेंच: न्यायमूर्ति एम.एस. कर्णिक और न्यायमूर्ति शर्मिला देशमुख
- सिंगल बेंच (आपराधिक मामले): न्यायमूर्ति एस.जी. डिगे
- सिंगल बेंच (सिविल मामले): न्यायमूर्ति एस.जी. चापलगांवकर
किन मामलों की होगी सुनवाई?
डिवीजन बेंच जनहित याचिकाएं, सिविल रिट, पारिवारिक विवाद, अवमानना व अन्य प्रमुख आपराधिक और सिविल मामलों की सुनवाई करेगी। न्यायमूर्ति डिगे आपराधिक अपीलें, जमानत और क्रिमिनल रिवीजन देखेंगे, जबकि न्यायमूर्ति चापलगांवकर सिविल रिट व अन्य सिविल मामलों पर सुनवाई करेंगे।
महाराष्ट्र में अब कुल बेंचें
- मुख्य पीठ: मुंबई
- नागपुर बेंच: विदर्भ
- औरंगाबाद (छत्रपति संभाजीनगर) बेंच: मराठवाड़ा
- नई कोल्हापुर बेंच: पश्चिम महाराष्ट्र और कोंकण
- गोवा बेंच: पणजी (गोवा राज्य के लिए)