लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और एनडीए पर बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता स्टार प्रचारक नहीं, बल्कि “स्टार विभाजक” बनकर बिहार गए हैं। सपा प्रमुख ने कहा कि बिहार की जनता सांप्रदायिक और नकारात्मक राजनीति करने वालों को कभी स्वीकार नहीं करेगी।

सपा कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में अखिलेश यादव ने भाजपा के अन्य नेताओं को भी निशाने पर लिया। उन्होंने योगी आदित्यनाथ के ‘यमराज’ वाले बयान को नफरत फैलाने वाला करार दिया और कहा कि एनडीए की राजनीति ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति पर आधारित है।

बिजली संकट और सफाई पर सवाल
अखिलेश यादव ने बिजली संकट पर कहा कि फुर्सत की फुलझड़ी से उम्मीद करना व्यर्थ है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने बिजली बर्बाद कर दी और निजीकरण की दिशा में भी कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। सफाई को लेकर उन्होंने कहा कि शहर में चारों तरफ कूड़ा फैला हुआ है। स्मार्ट सिटी के नाम पर करोड़ों रुपये का गबन हुआ है और सरकार ट्रैफिक और नालों को संभालने में विफल रही है।

भेदभाव और सामाजिक न्याय पर जोर
सपा प्रमुख ने कहा कि समाज में भेदभाव अब भी है और शिक्षण संस्थानों में किसी को भी भेदभाव का सामना नहीं करना चाहिए। उन्होंने दक्षिण भारत में अपने अनुभव का हवाला देते हुए कहा कि वहां हिंदी में हस्ताक्षर करने पर रोक थी। अखिलेश यादव ने बुलडोजर और जमीनों की अवैध लूट के खिलाफ भी अपनी चिंता व्यक्त की।

दीपोत्सव और सांस्कृतिक पहल
अखिलेश यादव ने कहा कि अगर सपा सरकार बनेगी तो दीपोत्सव पर एक करोड़ दीयों की रौशनी होगी और कुंभकार समाज के हित में भी काम किया जाएगा। उनका संदेश था कि सपा हमेशा आम जनता और समाज के शोषित वर्ग के अधिकारों के लिए लड़ती रहेगी।

यह बयान चुनावी माहौल को देखते हुए राजनीतिक प्रतिक्रियाओं और विरोध की संभावना बढ़ा सकता है।