लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र सरकार द्वारा वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की दरों में किए गए सुधार को ऐतिहासिक निर्णय बताया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि 22 सितंबर से लागू होने वाली नई दरें आम जनता के लिए दीपावली का बड़ा तोहफ़ा साबित होंगी।
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नई दरों का सबसे अधिक लाभ उत्तर प्रदेश को मिलेगा, क्योंकि यह देश का सबसे बड़ा उपभोक्ता राज्य है। कर ढांचे में बदलाव से प्रदेश की जीडीपी में 0.2 से 0.3 प्रतिशत तक बढ़ोतरी का अनुमान है।
पहली बार लागू किए गए जीएसटी में पांच कर स्लैब थे, जिन्हें घटाकर अब दो (5 और 18 प्रतिशत) कर दिए गए हैं। वहीं लग्जरी सामानों पर 40 प्रतिशत का अलग स्लैब रहेगा। मुख्यमंत्री के अनुसार, रोजमर्रा के सामानों पर टैक्स दर कम होने से उपभोक्ताओं को सीधी राहत मिलेगी और उनकी क्रय शक्ति में इजाफा होगा।
उद्योग और किसानों को लाभ
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि नए ढांचे से प्रदेश के पिपरमेंट, फुटवियर, रेडीमेड वस्त्र और ओडीओपी उद्योगों को विशेष लाभ मिलेगा। सिंथेटिक मेंथॉल पर 18 प्रतिशत और ऑर्गेनिक मेंथॉल पर 5 प्रतिशत कर लगाने का निर्णय किसानों और उद्योगों दोनों के लिए फायदेमंद होगा।
उपभोक्ताओं की जेब पर असर
सरकार के अनुसार दूध, दही, पनीर, साबुन, शैम्पू, टूथपेस्ट, साइकिल और बच्चों से जुड़े सामान पर शून्य से पांच प्रतिशत टैक्स लगेगा। इससे न केवल उपभोक्ताओं का खर्च घटेगा बल्कि खरीदारी की क्षमता भी बढ़ेगी।
परंपरागत उद्योगों को बढ़ावा
सीएम ने कहा कि नई दरों से बनारस की साड़ी, लखनऊ की चिकनकारी, बरेली का जरदोजी, जालौन का कागज़ और फिरोजाबाद का ग्लास उद्योग जैसे परंपरागत उत्पादों को बल मिलेगा। इससे रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
मुख्यमंत्री ने इसे अब तक का सबसे बड़ा कर सुधार बताते हुए कहा कि जीएसटी ने विभिन्न जटिल करों को समाप्त कर “वन नेशन, वन टैक्स” की व्यवस्था स्थापित की है।