यूपीएससी: केंद्रीय मंत्री ने सिविल सेवकों को किया सम्मानित

भारत महिलाओं की भागीदारी से महिला नेतृत्व की ओर बढ़ रहा है। केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को यह बात कही। वे सिविल सेवा परीक्षा के शीर्ष 20 रैंक पाने वाले अभ्यर्थियों को सम्मानित किया। बता दें कि हाल ही में आए सिविल सेवा परीक्षा के परिणामों में टॉप करने वालों में अधिकांश महिलाएं हैं। 

इस दौरान सम्मान समारोह के अपने स्वागत भाषण में उन्होंने सिविल सेवकों के 2022 बैच को ‘चेंज ऑफ़ लीडर्स’ बताया। उन्होंने कहा कि जब भारत 25 वर्षों के बाद आजादी के 100 साल पूरे होने का जश्न मनाएगा तब ये लोग शासन के प्रमुख पदों पर होंगे। उन्होंने कहा कि सिविल सेवा के पहले चार टॉपर्स और शीर्ष 20 में से 60 प्रतिशत महिलाएं हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के पिछले नौ सालों में हो रहे जनसांख्यिकीय परिवर्तन का एक बड़ा प्रतिबिंब है। भारत महिलाओं की भागीदारी से महिला नेतृत्व की ओर आगे बढ़ रहा है। बता दें कि सिविल सेवा के शीर्ष 20 टॉपर्स में 12 महिला और 8 पुरुष उम्मीदवार शामिल हैं।

इस दौरान उन्होंने याद करते हुए कहा कि बीते साल भी शीर्ष तीन टॉपर महिलाएं थीं। साथ ही उम्मीद जताई कि 2023 की सिविल सेवा परीक्षा में महिलाएं हैट्रिक बनाएंगी।इन शीर्ष 20 टॉपर्स ने नॉर्थ ब्लॉक स्थित कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के मुख्यालय में मंत्री से मुलाकात की थी। 

अपने संबोधन में केंद्रीय राज्यमंत्री ने बीते कुछ सालों में हुए जनसांख्यिकीय परिवर्तन की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह उम्मीदवार बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना जैसे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आते हैं। यह लिंग और जनसांख्यिकीय परिवर्तन भारत जैसे विविधतापूर्ण देश के लिए शुभ संकेत है।

परीक्षा का परिणाम 23 मई 2023 को घोषित किया गया था। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा सिविल सेवा परीक्षा 2022 के परिणामों के आधार पर विभिन्न सेवाओं में नियुक्ति के लिए कुल 933 उम्मीदवारों (613 पुरुष और 310 महिलाएं) की सिफारिश की गई है। इस अवसर पर, सिंह ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) सिविल सूची 2023 भी जारी की।

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