सहारनपुर। उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले की पांच चीनी मिलों पर गन्ना मूल्य का 390 करोड़ रूपए का बकाया है और 29 करोड़ रूपया ब्याज का बैठता है।
जिले का गन्ना विभाग भुगतान कराने को खुद का असमर्थ पा रहा है। सरकार बार-बार यहां के गन्ना अधिकारियों को भुगतान कराने के संबंध में निर्देश दे चुकी है लेकिन चीनी मिलें भुगतान नहीं कर रही हैं। गन्ना अधिकारी के मुताबिक गांगनोली चीनी मिल पर 188-12 करोड़ रूपए, शेरमऊ चीनी मिल पर 43-13 करोड़ रूपए और गागलहेड़ी चीनी मिल पर 42 करोड़ रूपए, नानौता सहकारी चीनी मिल पर 72-95 करोड़ रूपए और सरसावा सहकारी चीनी मिल पर 44-75 करोड़ रूपए का बकाया 13 अगस्त तक बना हुआ है।
देवबंद स्थित त्रिवेणी चीनी मिल उत्तर प्रदेश की अकेली ऐसी चीनी मिल है जो गन्ना मूल्य का शत-प्रतिशत भुगतान कर चुकी है। गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने देवबंद चीनी मिल के प्रबंधकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जल्द से जल्द गन्ना मूल्य का बकाया भुगतान कराएगी। सुरेशा राणा के मुताबिक प्रदेश की चीनी मिलों पर 20 फीसदी गन्ना मूल्य का भुगतान बकाया है।