पूर्व अमेरिकी उपराष्ट्रपति और प्रभावशाली रिपब्लिकन नेता डिक चेनी का 84 साल की उम्र में निधन हो गया है। उनके परिवार ने एक बयान जारी कर बताया कि चेनी का देहांत निमोनिया और हृदय संबंधी जटिलताओं के कारण हुआ।
अमेरिकी राजनीति के सबसे प्रभावशाली और विवादित उपराष्ट्रपतियों में गिने जाने वाले चेनी को इराक युद्ध के प्रमुख योजनाकारों में से एक माना जाता है। उन्होंने 2003 में अमेरिका द्वारा इराक पर किए गए हमले में अहम भूमिका निभाई थी।
परिवार ने दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि
परिवार ने बयान में कहा, “डिक चेनी ने दशकों तक अमेरिका की सेवा की। उन्होंने व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ, व्योमिंग से सांसद, रक्षा सचिव और उपराष्ट्रपति के रूप में राष्ट्र की सेवा की। वे एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने अपने परिवार को देशप्रेम, साहस, करुणा और सम्मान के मूल्य सिखाए।”
सैन्य और राजनीतिक जीवन में अहम योगदान
चेनी ने राष्ट्रपति जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश के शासनकाल में रक्षा सचिव रहते हुए खाड़ी युद्ध के दौरान अमेरिकी सेना का नेतृत्व किया था। इसके बाद वे राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश के कार्यकाल में उपराष्ट्रपति बने और उस दौर में उन्हें सरकार का सबसे प्रभावशाली चेहरा माना गया।
चेनी की राजनीतिक विरासत लंबे समय तक अमेरिकी नीतियों और वैश्विक रणनीति में महसूस की जाती रहेगी।