तेल अवीव: इज़राइली सेना ने बुधवार को बताया कि मंगलवार को हमास द्वारा युद्धविराम समझौते के तहत लौटाए गए चार शवों में से एक किसी भी बंधक से मेल नहीं खाता। रातभर चले फोरेंसिक परीक्षण में यह खुलासा हुआ। सेना ने चेतावनी दी है कि हमास को शेष मृत बंधकों को भी लौटाने के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे।

सोमवार से अब तक हमास ने 20 जीवित बंधक और आठ शव लौटाए हैं, जिनमें छह इज़राइली, एक नेपाली और एक अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं।

युद्धविराम और पृष्ठभूमि

यह अदला-बदली अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में हुए युद्धविराम समझौते के तहत हुई। गाजा के अस्पतालों ने इज़राइल की ओर से लौटाए गए 45 फलिस्तीनी शव भी प्राप्त किए।

इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास को युद्धविराम की शर्तों का पूरी तरह पालन करना होगा। उन्होंने कहा, “हम अंतिम मृत बंधक लौटाए जाने तक चैन से नहीं बैठेंगे।” समझौते के अनुसार, सभी जीवित और मृत बंधकों को सोमवार तक लौटाना था, और शेष शवों की जानकारी साझा करनी थी।

गलत शव लौटाने के पहले मामले

यह पहला मामला नहीं है जब हमास ने गलत शव लौटाया हो। इससे पहले, शिरी बीबास और उनके दो बच्चों के शव लौटाए जाने का दावा किया गया था, लेकिन जांच में पता चला कि उनमें से एक शव एक फलिस्तीनी महिला का था। शिरी बीबास का सही शव एक दिन बाद लौटाया गया।

हमास प्रवक्ता हाजेम कासेम ने कहा कि समूह शेष शवों को लौटाने पर काम कर रहा है, लेकिन इज़राइल ने मंगलवार को पूर्वी गाजा सिटी और राफ़ा में गोलीबारी करके युद्धविराम का उल्लंघन किया। इज़राइल के रक्षा मंत्री ने कहा कि सेना केवल तय सीमा पर तैनात है और कोई भी व्यक्ति उस सीमा के पास आया तो उसे निशाना बनाया जाएगा।

अदला-बदली की प्रक्रिया और अंतिम संस्कार

मंगलवार को लौटाए गए चार शवों में से दो का बुधवार को तेल अवीव के पास अंतिम संस्कार किया गया। परिवारों ने लोगों से अपील की कि रास्ते में खड़े होकर श्रद्धांजलि दें। पिछले युद्धविराम में भी हजारों इज़राइली सड़कों पर उतरकर मौन खड़े हुए थे।

सोमवार को इज़राइल ने 2,000 फलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया था। हालांकि यह कदम दोनों पक्षों के लिए राहत लेकर आया, मृत बंधकों के परिवारों ने निराशा जताई कि 28 में से अब तक केवल आठ शव लौटाए गए हैं।

मंगलवार को लौटाए गए चार शवों में तीन की पहचान उरिएल बारुख, तामिर निम्रोडी और एतान लेवी के रूप में हुई। बारुख को 7 अक्टूबर, 2023 को नोवा म्यूजिक फेस्टिवल के दौरान हमास ने अगवा किया था, जबकि निम्रोडी को एरेज बॉर्डर क्रॉसिंग से उठाया गया था।