वॉशिंगटन। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने बुधवार को चेतावनी दी कि इस्लामी कट्टरपंथ दुनिया और खासतौर पर अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए तत्काल खतरा बना हुआ है। रूबियो ने कहा कि कट्टरपंथी केवल अपने इलाके तक सीमित नहीं रहना चाहते, बल्कि उनका उद्देश्य अधिक क्षेत्र और लोगों पर नियंत्रण स्थापित करना है।

फॉक्स न्यूज को दिए साक्षात्कार में रूबियो ने कहा, “इस्लामी कट्टरपंथी अपने छोटे-से खिलाफत पर संतुष्ट नहीं हैं। उनका मकसद विस्तार करना और विभिन्न समाजों पर अपना दबदबा कायम करना है। वे किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं, चाहे वह आतंकवादी हमले हों या हिंसा।”

रूबियो ने बताया कि इस्लामी कट्टरपंथ पश्चिमी देशों, अमेरिका और यूरोप पर भी प्रभुत्व जमाने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा, “उनकी रणनीति में आतंकवाद, हत्या और हिंसक गतिविधियों के माध्यम से विभिन्न संस्कृतियों पर नियंत्रण स्थापित करना शामिल है। यह दुनिया और पश्चिम के लिए स्पष्ट और तत्काल खतरा है।”

ईसाइयों को निशाना बनाने वालों को वीजा प्रतिबंध

अमेरिका ने यह भी घोषणा की कि वह उन लोगों के लिए वीजा प्रतिबंध लगाएगा, जो नाइजीरिया और अन्य देशों में ईसाइयों के खिलाफ हिंसा का समर्थन करते हैं या उन्हें वित्तीय मदद प्रदान करते हैं। रूबियो ने कहा, “इस नीति का उद्देश्य धार्मिक विश्वास के आधार पर लोगों को निशाना बनाने वालों को रोकना है।”

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नाइजीरिया में ईसाइयों पर होने वाले हमलों को लेकर चेतावनी दी थी कि अमेरिका स्थिति पर कार्रवाई कर सकता है। अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने भी नाइजीरिया के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नूहू रिबादु से मुलाकात कर देश में ईसाइयों के खिलाफ बढ़ती हिंसा पर चर्चा की।