अमेरिका के प्रमुख मेट्रो शहरों में से एक न्यूयॉर्क में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जोहरान ममदानी ने मेयर पद के चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज की। बुधवार को उन्होंने अपनी जीत के बाद जनता को संबोधित किया, और इस दौरान उन्होंने न केवल भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का जिक्र किया, बल्कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को आव्रजन नीति पर चुनौती भी दी।

नेहरू के शब्दों से प्रेरणा लेकर ममदानी का संबोधन
अपनी ऐतिहासिक जीत को ममदानी ने राजनीतिक वंशवाद का अंत करार दिया और भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के ‘ट्रिस्ट विद डेस्टिनी’ भाषण का हवाला दिया। उन्होंने कहा, "आज मुझे पंडित नेहरू के शब्द याद आ रहे हैं, जब उन्होंने कहा था कि एक ऐसा क्षण आता है, जब हम पुराने से नए में प्रवेश करते हैं। आज रात, हम उसी क्षण का अनुभव कर रहे हैं।" ममदानी का यह बयान सुनते ही समारोह स्थल पर तालियों की गूंज सुनाई दी, जो उनके संबोधन का संकेत था कि उनका संदेश जनता में गहरी पैठ बना चुका है।

न्यूयॉर्क के प्रवासी समुदाय के लिए मजबूत संदेश
ममदानी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि न्यूयॉर्क, जो प्रवासी समुदाय की मेहनत से बना है, अब एक प्रवासी नेतृत्व में चलेगा। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, "हमारे शहर को बनाने और चलाने में जो समुदाय सबसे अहम है, वही अब उसे नेतृत्व प्रदान करेगा। अगर आपको हम तक पहुंचना है, तो आपको हम सबके बीच से होकर गुजरना होगा।"

ध्रुवीकरण की राजनीति के खिलाफ ममदानी की प्रतिबद्धता
ममदानी ने ट्रंप के शासन को चुनौती देते हुए कहा, "अब हम अपने ऊपर खेलने के नियम दूसरों को नहीं निर्धारित करने देंगे। वे भी वही नियम अपनाएंगे जो बाकी सब खेल रहे हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी को यह दिखाना है कि ट्रंप को कैसे हराया जा सकता है, तो वह वही न्यूयॉर्क है, जो उस नेता को जन्म देने वाला शहर है। "तानाशाह को डराने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि हम उन हालातों को बदल दें जिन्होंने उसे सत्ता दी। यही तरीका है ट्रंप को रोकने का।"

डोनाल्ड ट्रंप को दी चुनौती
अंत में ममदानी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सीधे तौर पर चुनौती देते हुए कहा, "मैं जानता हूं कि आप मुझे देख रहे हैं। मेरे पास आपके लिए चार शब्द हैं – वॉल्यूम बढ़ा दो।" ममदानी ने यह स्पष्ट किया कि यदि ट्रंप को उनके समुदाय से सामना करना है, तो उन्हें सीधे तौर पर प्रवासी समुदाय से गुजरना होगा, जो अब न्यूयॉर्क का नेतृत्व कर रहा है।

इस प्रकार, ममदानी ने अपनी ऐतिहासिक जीत के साथ-साथ एक मजबूत राजनीतिक संदेश दिया, जो अमेरिकी राजनीति में एक नए बदलाव की ओर इशारा करता है।