पाकिस्तान में लगातार भारी बारिश से कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं। करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जलमग्न हो गया है, जिसमें करीब पांच फीट पानी भरने के कारण 100 से अधिक लोग फंसे हैं। इनमें ज्यादातर कर्मचारी हैं। करतारपुर कॉरिडोर प्रोजेक्ट मैनेजमेंट प्रमुख सैफुल्लाह खोखर ने बताया कि फंसे हुए लोगों को नाव और हेलीकॉप्टर के माध्यम से सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में गुरुद्वारा बाढ़ में डूबा हुआ नजर आ रहा है। जानकारी के मुताबिक, करतारपुर कॉरिडोर के पास धूसी बांध टूटने के कारण यह बाढ़ आई।
पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान के कई इलाकों में भीषण बारिश हो रही है। पंजाब प्रांत में लगभग दो लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है, क्योंकि नदियों में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। उफनते बांधों और नदियों के पानी के कारण निचले सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले हजारों लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए। पाक राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सतलुज नदी में जलस्तर बढ़ने और बाढ़ के खतरे के बारे में पहले ही चेतावनी जारी की थी।
पंजाब सरकार ने कहा कि रावी, चिनाब और सतलुज नदियों में पानी का स्तर बढ़ने के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। रावी नदी के कोट नैना में 2,30,000 क्यूसेक पानी प्रवाहित हुआ। चिनाब नदी के हेड मराला में प्रवाह 9,22,000 क्यूसेक तक पहुंच गया। कसूर से 14,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया, जबकि बहावलनगर शहर से 89,000 से अधिक लोगों को निकाला गया। हाल ही में नई दिल्ली ने इस्लामाबाद को सीमा पार संभावित बाढ़ के बारे में आगाह किया था।