भारत और अमेरिका के बीच संभावित व्यापार समझौते को लेकर 10 दिसंबर से नई दिल्ली में वार्ता शुरू होगी। तीन दिवसीय बातचीत 12 दिसंबर तक चलेगी और इसे भविष्य के व्यापक व्यापार समझौते की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। यह औपचारिक दौर नहीं होगा, लेकिन दोनों पक्षों के लिए यह आगे की रणनीति तय करने का मंच बनेगा। बातचीत के लिए अमेरिका का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली पहुंचेगा, जिसका नेतृत्व अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रिक स्विट्जर करेंगे।

इस वर्ष समझौते के ढांचे पर सहमति की उम्मीद

अमेरिका द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद यह अमेरिकी अधिकारियों का दूसरा भारत दौरा है। इससे पहले 16 सितंबर को अमेरिकी अधिकारी भारत आए थे। उसके बाद 22 सितंबर को केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिका में वार्ता की थी। मई में भी पीयूष गोयल ने अमेरिका का दौरा किया था। हाल ही में वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल ने संकेत दिया था कि दोनों देशों के बीच इस वर्ष ही व्यापार समझौते के ढांचे पर सहमति बनने की उम्मीद है।

अब तक छह दौर की बैठकें

भारत और अमेरिका अब तक छह राउंड की वार्ता कर चुके हैं। दोनों देश टैरिफ से जुड़े मुद्दों के समाधान के लिए एक व्यापारिक ढांचा तैयार करने और पूर्ण व्यापार समझौते पर समानांतर बातचीत कर रहे हैं। इस समझौते से भारतीय निर्यातकों को टैरिफ में राहत मिलने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

दोनो देशों का लक्ष्य है कि 2030 तक आपसी व्यापार को मौजूदा 191 अरब डॉलर से बढ़ाकर 500 अरब डॉलर तक पहुंचाया जाए। अमेरिका वर्ष 2024-25 में लगातार चौथे साल भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार बना रहा। बीते वर्ष दोनों देशों के बीच व्यापार 131.84 अरब डॉलर रहा। भारत के कुल निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी लगभग 18 प्रतिशत और आयात में 6.22 प्रतिशत दर्ज की गई।