कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने मंगलवार को बीजेपी और राष्ट्रीय स्यंवसेक संघ (आरएसएस) पर हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस दोनों की विचारधारा कायरों की है. वहीं, कांग्रेस देश के लिए मर-मिटने का विचार रखती है. प्रियंका ने जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली को संबोधित करते हुए दावा किया कि केंद्र सरकार राहुल गांधी से डरती है क्योंकि वो संविधान की लड़ाई लड़ रहे हैं.
कर्नाटक के बेलगावी में प्रियंका गांधी ने कहा, संविधान कोई किताब नहीं है बल्कि जनता का सुरक्षा कवच है. बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर ने इसमें लोकतंत्र की सुरक्षा समाहित की है. बाबासाहेब सामाजिक न्याय और अधिकार के प्रतीक हैं. बहुत सरकारें आईं और गईं लेकिन कोई ऐसी सरकार नहीं आई जिसके गृह मंत्री ने संसद में बाबासाहेब का अपमान किया हो.
इस विचारधारा ने संविधान के खिलाफ अभियान चलाया था
प्रियंका गांधी ने कहा, क्या कोई सोच सकता था कि आजादी के इतने साल बाद ये कहा जाएगा कि देश को 1947 में स्वतंत्रता नहीं मिली. आरएसएस की विचारधारा ने संविधान के निर्माण के समय भी अपमान किया. इस विचारधारा ने संविधान के खिलाफ अभियान चलाया था. देश के गृह मंत्री ने बाबासाहेब और लोकतंत्र का अपमान किया है. आजादी के लिए बलिदान देने वालों का अपमान किया है.
तब आरएसएस के लोगों ने बाबासाहेब के पुतले जलाए थे
कांग्रेस सांसद ने कहा, जब बाबासाहेब ने महिलाओं के अधिकारों की बात की थी तब आरएसएस के लोगों ने उनके पुतले जलाए थे. बीजेपी इसी विचारधारा से उपजी है. यही वजह है कि बीजेपी के लोग संविधान का अपमान कर रहे हैं. ये सरकार रोज संविधान पर हमला करती है.
सरकार राहुल गांधी से डरती है, उनको देखकर कांपती है
उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में देश की जनता ने बीजेपी को सबक सिखाया. मोदी जी घबरा गए. जब चुनाव के बाद संसद में गए तो संविधान को माथे से लगाया. वहीं राहुल गांधी रोज संविधान के लिए लड़ते हैं. वो इसके लिए जान देने के लिए तैयार हैं. इसीलिए ये सरकार राहुल गांधी से डरती है. उनको देखकर कांपती है. उनके खिलाफ कई मामले दर्ज करा दिए हैं.