नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान और अमेरिका के साथ भारत के संबंधों पर प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालिया टिप्पणियों का जवाब देते हुए कहा कि भारत पाकिस्तान की परमाणु गतिविधियों से पूरी तरह अवगत है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के इतिहास में गुप्त और अवैध परमाणु कार्यक्रम शामिल रहे हैं।

जायसवाल ने पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम के संस्थापक अब्दुल कादिर खान का उल्लेख करते हुए कहा कि दशकों से पड़ोसी देश की नीतियां तस्करी, निर्यात नियंत्रण उल्लंघन और गुप्त साझेदारियों पर आधारित रही हैं। भारत ने हमेशा अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान पाकिस्तान की इन गतिविधियों की ओर आकर्षित किया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के भारत दौरे के बयान पर प्रवक्ता ने कहा कि फिलहाल इस विषय पर कोई जानकारी साझा नहीं की जा सकती। उन्होंने आश्वासन दिया कि जैसे ही इस बारे में नई जानकारी उपलब्ध होगी, मीडिया को सूचित किया जाएगा।

दरअसल, ट्रंप ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी बातचीत बेहद सकारात्मक रही है और वे जल्द ही भारत का दौरा कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने रूस से तेल की खरीद में महत्वपूर्ण कटौती की है।

पिछले दिनों ट्रंप ने पाकिस्तान समेत रूस, चीन और उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण की ओर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने अब तक परमाणु परीक्षण नहीं किया है, लेकिन अन्य देशों के सक्रिय परीक्षण को देखते हुए अमेरिका को भी इसे दोबारा शुरू करने पर विचार करना पड़ सकता है। ट्रंप ने कहा, "हम एक खुले समाज के देश हैं, इसलिए हम इस पर चर्चा करते हैं। जब अन्य देश परीक्षण कर रहे हैं, तो हमें भी अपनी तैयारी सुनिश्चित करनी होगी।"

यह बयान ऐसे समय में आया है जब वैश्विक परमाणु सुरक्षा और परीक्षण पर चिंता बढ़ रही है, और भारत-पाकिस्तान संबंधों के संदर्भ में अंतरराष्ट्रीय नजरें दोनों देशों की गतिविधियों पर बनी हुई हैं।