नई दिल्ली। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुए एक सैन्य विमान हादसे के बाद भारत ने मानवीय सहायता प्रदान करते हुए घायलों के उपचार के लिए विशेष चिकित्सकीय सहायता भेजने की घोषणा की है। भारत सरकार जल्द ही जलने के घावों के इलाज में विशेषज्ञ मेडिकल टीम, प्रशिक्षित नर्सों और आवश्यक चिकित्सा उपकरणों को ढाका रवाना करेगी।
दिल्ली से बर्न विशेषज्ञ चिकित्सक भेजे जाएंगे
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, भेजी जा रही टीम में दिल्ली के प्रतिष्ठित अस्पतालों से जुड़े दो अनुभवी चिकित्सक शामिल हैं — एक डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अस्पताल से तथा दूसरा सफदरजंग अस्पताल से। दोनों ही चिकित्सक जलने के मामलों के इलाज में विशेषज्ञता रखते हैं। इनके साथ विशेष उपकरण भी भेजे जा रहे हैं, जिससे घायलों को बेहतर इलाज मिल सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए बांग्लादेश को हरसंभव सहायता देने का भरोसा दिलाया है।
भारतीय उच्चायोग ने दिया सहयोग का प्रस्ताव
ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग ने बांग्लादेश सरकार को पत्र लिखकर घायलों की चिकित्सा आवश्यकताओं से संबंधित जानकारी साझा करने का अनुरोध किया है। उच्चायोग ने यह भी आश्वासन दिया है कि भारत की ओर से सभी जरूरी संसाधन और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी ताकि प्रभावितों को समय पर उपचार मिल सके।
हादसे की जांच के लिए कमेटी गठित
बांग्लादेश वायु सेना ने हादसे के कारणों की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन कर दिया है, जो दुर्घटना से जुड़े सभी पहलुओं की विस्तृत जांच करेगी।
हादसे में 31 लोगों की दर्दनाक मौत
उल्लेखनीय है कि यह दुर्घटना सोमवार को ढाका के उत्तरा क्षेत्र स्थित माइलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज में उस समय हुई, जब एक सैन्य विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दर्दनाक हादसे में 25 बच्चों समेत कम से कम 31 लोगों की जान चली गई। घटना ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैला दी है।