भगवंत मान सरकार के पहले बजट सत्र के पहले दिन पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला समेत कई दिवंगत शख्सियतों को श्रद्धांजलि दी गई। 13 मिनट बाद सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई। अब सदन में प्रश्नकाल जारी है। कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह बाजवा कानून व्यवस्था पर स्थगन प्रस्ताव लाए। जिसे स्पीकर ने नामंजूर कर दिया। इस पर प्रताप बाजवा ने सवाल किया कि कानून व्यवस्था का प्रश्न अदालत के विचाराधीन कैसे है? कानून व्यवस्था पर चर्चा की मांग को लेकर सदन में हंगामा हो गया। कांग्रेस के राजा वडिंग, भाजपा के अश्वनी शर्मा और अकाली सदस्य वेल में पहुंचे।
कांग्रेसी सदस्यों ने किया वॉकआउट
वेल में पहुंचे सभी विपक्षी सदस्यों ने स्पीकर के खिलाफ नारेबाजी शुरू की। स्पीकर की सभी सदस्यों को बैठने की अपील की। इस दौरान बाजवा बोले कि मेरी जान को खतरा है, सीएम भी अपनी जान को खतरा बता चुके हैं, वीडियो वायरल हुआ है। इतने गम्भीर मुद्दे पर सदन में बहस क्यों नहीं? स्पीकर ने कहा कि अभिभाषण पर चर्चा के दौरान अपनी बात रखें। इसके बाद भाजपा और शिअद को छोड़कर सभी कांग्रेसी सदस्यों ने सदन से वॉकआउट कर लिया। सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू हो गई है। विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि तीन महीने में ज्यादातर वादे पूरे किए।
16वीं पंजाब विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन सदन ने पूर्व मंत्री हरदीपिंदर सिंह बादल और जत्थेदार तोता सिंह के अलावा पूर्व विधायक सुखदेव सिंह सुखलधी और शिंगारा राम सहुंगारा को श्रद्धांजलि दी। सदन ने स्वतंत्रता सेनानियों तारा सिंह, स्वर्ण सिंह, करोरा सिंह और सुखराज सिंह संधनवालिया को भी श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने देश को ब्रिटिश साम्राज्यवाद के चंगुल से मुक्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सदन ने पर्वतारोही गुरचरण सिंह भंगू अर्जुन अवार्डी को भी श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने 1965 में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की थी। एथलेटिक्स के क्षेत्र में देश का नाम रोशन करने वाले महान एथलीट हरि चंद अर्जुन अवार्डी को भी सदन में श्रद्धांजलि दी गई। प्रसिद्ध पंजाबी गायक शुभदीप सिंह सिद्धू (सिद्धू मूसेवाला) को भी श्रद्धांजलि दी गई, जिन्होंने संगीत और मनोरंजन के क्षेत्र में अपना नाम बनाया। सदन ने शिरोमणि समिति के पूर्व कनिष्ठ उपाध्यक्ष सुरिंदर सिंह और प्रख्यात सिख व्यक्तित्व प्रधानाचार्य को भी श्रद्धांजलि दी। दिवंगत आत्माओं की स्मृति में दो मिनट का मौन रखा गया।