किश्तवाड़ में बादल फटने के बाद बचाव अभियान जारी, वायुसेना ने अब तक 74 लोगों को बचाया

पिछले कुछ दिनों से देश के कई राज्‍यों में प्राकृतिक आपदा का कहर जारी है. जम्‍मू कश्‍मीर के किश्‍तवाड़ में बादल फटने की घटना के बाद यहा अभी भी तबाही का मंजर है. भारतीय वायुसेना की ओर से लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इसी के तहत वायुसेना ने शुक्रवार को किश्‍तवाड़ के कई हिस्‍सों में फंसे 74 लोगों को बचाया. जिनमें गंभीर रूप से घायल पांच लोग भी शामिल हैं. वहीं आईएएफ ने राष्‍ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 3150 किलोग्राम राहत सामग्री को भी सुरक्षित स्‍थान पर पहुंचाया है.

खराब मौसम के कारण रोकना पड़ा था अभियान

किश्तवाड़ जिले के एक गांव में बादल फटने के बाद लापता लोगों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान शुक्रवार को फिर से शुरू हुआ. इससे पहले खराब मौसम के कारण अभियान को कुछ घंटों के लिए रोकना पड़ा था. दचन तहसील के सुदूर होंजर गांव में बुधवार को तड़के बादल फटने की घटना में सात लोगों की मौत हो गई और 17 अन्य व्यक्ति जख्मी हो गए. इस घटना में 21 मकान, एक राशन भंडार, एक पुल, एक मस्जिद और गायों के लिए बने 21 शेड भी क्षतिग्रस्त हो गए.

अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार देर रात को भारी बारिश के कारण बचाव अभियान बाधित हो गया और मौसम में थोड़े सुधार के बाद दोपहर को फिर से अभियान शुरू किया गया. खोज एवं बचाव अभियान ने गुरुवार को तब गति पकड़ी जब भारतीय वायु सेना ने जम्मू, श्रीनगर और उधमपुर से तीन हेलीकॉप्टरों को काम में लगाया. उन्होंने आठ फेरे लगाए, 2250 किलोग्राम की राहत सामग्री लेकर आए. इसके साथ ही गंभीर रूप से घायल दो लोगों को इलाज के लिए सुंदर से किश्तवाड़ ले जाने के अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 44 कर्मियों को लेकर आए.

एसडीआरएफ और एनडीआरएफ का रेस्‍क्‍यू जारी

आपदा प्रबंधन के एक अधिकारी ने बताया कि खराब मौसम के कारण शुक्रवार को सुबह छह बजे से कोई भी हेलीकॉप्टर किश्तवाड़ से सुंदर के लिए उड़ान नहीं भर सका. उन्होंने बताया कि वायु सेना ने बृहस्पतिवार से किश्तवाड़ में एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर को तैयार रखा है.

अधिकारियों ने बताया कि राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के छह दल अभियान में शामिल हैं. इसके साथ ही पुलिस, सेना के अन्य बचावकर्ता और स्थानीय स्वयंसेवक भी अभियान में शामिल हैं. मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि जम्मू कश्मीर के ज्यादातर हिस्सों में हल्की बारिश का अनुमान है. उन्होंने कहा, ‘शुक्रवार को भी ऐसी ही परिस्थितियां बने रहने की संभावना है. कुछ स्थानों पर थोड़ी देर के लिए भारी बारिश हो सकती है जिससे अचानक बाढ़ आ सकती है, मिट्टी धंस सकती है और भूस्खलन हो सकता है.’ उन्होंने लोगों को चौकन्ना रहने और संवेदनशील स्थानों से दूर जाने की सलाह दी.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here