चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शनिवार को टीम इंडिया का एलान कर दिया। इसमें रोहित शर्मा को कप्तान और शुभमन गिल को उपकप्तान बनाया गया है। 19 फरवरी से होने वाले इस टूर्नामेंट में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी को जगह दी गई है। स्टार बल्लेबाज विराट कोहली भी टीम का हिस्सा हैं। इस पर अब पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह का बयान आया है। उन्होंने चयनकर्ताओं के फैसले को सराहते हुए 15 सदस्यीय स्क्वॉड की तारीफ की है।

बीसीसीआई और चयनकर्ताओं के इस फैसले से खुश हुए योगराज
भारत को हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हार का सामना करना पड़ा था। मेजबानों ने टीम इंडिया को 1-3 से हराकर सीरीज अपने नाम की थी। इससे पहले भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ भी टेस्ट सीरीज में शिकस्त मिली थी। लगातार हार के बाद टीम इंडिया को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। इस दौरान रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे अनुभवी बल्लेबाज भी आलोचकों के निशाने पर आ गए थे। उनका बल्ला खामोश रहा था। हालांकि, अब उन्हें दुबई में खेली जाने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए स्क्वॉड में शामिल किया गया है। बीसीसीआई और चयनकर्ताओं के इस फैसले का योगराज सिंह ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा- नीचे गिरने पर सहारे की जरूरत होती है। विराट कोहली और रोहित शर्मा को ड्रॉप करने की गलती करने पर पूरी टीम बिखर जाती।

इस दौरान उन्होंने एक पुराना किस्सा सुनाते हुए कहा- 2000 में जब सौरव गांगुली कप्तान बने उस समय टीम इंडिया संघर्ष के दौर से गुजर रही थी। अजहरुद्दीन जैसे दिग्गज मैच फिक्सिंग जैसे आरोपों से जूझ रहे थे, लेकिन सौरव ने टीम इंडिया को एकजुट कर विदेश में भी जीतने का जज्बा पैदा किया। उस दौर में कई चैंपियन खिलाड़ी पैदा हुए। हालांकि, 2011 में एक बार फिर सीनियर खिलाड़ियों के बाहर जाने से टीम संघर्ष करने लगी।

घरेलू क्रिकेट अनिवार्य बनाने के फैसले पर क्या बोले योगराज
योगराज सिंह ने कहा कि आम तौर पर सीरीज हारने पर टीम में बड़े बदलाव दिखते हैं। गेम से बड़ा कोई नहीं हो सकता। चाहे विवियन रिचर्ड्स हों डॉन ब्रैडमैन हों या कोई और। उन्होंने कहा कि विदेश दौरे से लौटने के बाद रोहित शर्मा, विराट कोहली जैसे दिग्गजों को भी घरेलू क्रिकेट में खेलना चाहिए। इससे युवा खिलाड़ियों को भी आत्मविश्वास मिलता है। योगराज सिंह ने घरेलू क्रिकेट खेलना अनिवार्य बनाने के नियम पर कहा कि ये उनके क्रिकेटिंग जीवन का सबसे अच्छा फैसला है।

भारत-पाकिस्तान एक ग्रुप में शामिल
मालूम हो कि भारत ने इस टूर्नामेंट के लिए अपनी टीम पाकिस्तान भेजने से इन्कार कर दिया था जिसके बाद आईसीसी ने हाइब्रिड मॉडल का फॉर्मूला अपनाया था। चैंपियंस ट्रॉफी में आठ टीमें हिस्सा लेंगी जिन्हें चार-चार के दो ग्रुप में बांटा गया है। ग्रुप चरण में 12 मुकाबले होंगे जिसके बाद सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। भारत और पाकिस्तान एक ही ग्रुप में शामिल हैं और दोनों के बीच मैच 23 फरवरी को दुबई में खेला जाएगा। भारत अपने अभियान की शुरुआत 20 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ करेगा। इसके बाद उसका पाकिस्तान से सामना होगा और फिर दो मार्च को न्यूजीलैंड से भिड़ेगा। चैंपिंयस ट्रॉफी का फाइनल नौ मार्च को खेला जाएगा।

चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम इस प्रकार है...
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल (उपकप्तान), विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल, हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल, वॉशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, अर्शदीप सिंह, यशस्वी जायसवाल, ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा।