टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल इस वक्त रणजी ट्रॉफी में अपनी घरेलू टीम पंजाब की ओर हिस्सा ले रहे हैं. कर्नाटक के खिलाफ जारी रणजी ट्रॉफी के छठे राउंड में उन्होंने शतक जड़ दिया है. गिल ने इस शतक से अपनी टीम लाज बचा ली है. बता दें पंजाब ने पहली पारी में 55 पर ढेर होने के बाद दूसरी पारी में भी महज 65 रन के स्कोर 5 विकेट गंवा दिए थे. उस पर फिर से 100 रन के अंदर ऑलआउट का खतरा मंडराने लगा था. लेकिन गिल ने निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ मिलकर 200 रन के करीब पहुंचा दिया. 102 रन बनाने के बाद गिल आउट हो गए, लेकिन उनकी ये पारी टीम की हार को नहीं टाल सकी.
गिल की पारी नहीं आई काम
बेंगलुरु में खेले जा रहे मुकाबले में पंजाब की टीम को पहले बैटिंग करने का मौका मिला था. लेकिन कर्नाटक ने उसकी पहली पारी को महज 55 पर समेट दिया. वहीं 475 रन का विशाल स्कोर भी खड़ा कर दिया. 420 रन की बढ़त देने के बाद पंजाब की टीम बैकफुट पर चली गई.
वहीं दूसरी पारी में दबाव में आकर एक बार फिर पंजाब के बल्लेबाजों ने अपना विकेट गंवा दिया. 65 रन के स्कोर पर आधी टीम आउट हो चुकी थी. मुख्य बल्लेबाजों में अब ओपनिंग के लिए आए केवल शुभमन गिल ही क्रीज पर बच गए थे. लेकिन उन्होंने हार नहीं और अपनी टीम के गेंदबाजों के क्रीज पर टिक गए और शतक जड़ दिया. लेकिन उनकी ये पारी हार के खतरे को नहीं टाल सकी.
पंजाब की करारी हार
84 रन पर 6 विकेट गिर जाने के बाद गिल ने मयंक मारकंडे के साथ मिलकर 63 रनों की साझेदारी की. इसके साथ सबसे पहले उन्होंने अपनी टीम के स्कोर को 100 रन के पार पहुंचाया, फिर 150 के करीब लेकर गए. फिर सुखदीप बाजवा के साथ मिलकर 40 रन जोड़े. हालांकि, 187 के स्कोर पर वो आउट हो गए, जिसमें उनके 102 रनों का योगदान रहा.
गिल की पारी की बदौलत पंजाब की टीम किसी तरह 200 रन के आंकड़े को पार गई. लेकिन गिल के आउट होते ही बचे हुए बल्लेबाज भी जल्दी आउट हो गए. अगले 26 रनों के अंदर बचे हुए विकेट भी गिर गए. पंजाब की पूरी टीम 213 पर ऑलआउट हो गई. इस तरह उसे पारी और 207 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा.