बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस बार विपक्ष लगातार यह दावा कर रहा है कि चुनाव के बाद भाजपा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दोबारा सत्ता में नहीं आने देगी। हालांकि, भाजपा ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) आगामी चुनाव भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेगा।
पार्टी ने इस संदेश को और मजबूत करते हुए नया नारा दिया है— “25 से 30, हमारे दो भाई, नरेंद्र और नीतीश”, यानी वर्ष 2025 से 2030 तक नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे।
विकास के मुद्दे पर भाजपा का जोर
भाजपा ने सोशल मीडिया पर भी विकास को केंद्र में रखते हुए कई नारे साझा किए हैं। इनमें कहा गया है— “बिहार में जारी रहेगी विकास की तेज रफ्तार, 14 नवंबर को फिर एक बार एनडीए सरकार।”
एक अन्य पोस्ट में पार्टी ने लिखा— “जनता का विश्वास, फिर से एनडीए सरकार! बस 38 दिन का है इंतज़ार, थमेगी नहीं विकास की रफ्तार।”
इसके अलावा भाजपा ने यह भी दावा किया कि “बिहार की जनता का मूड, मन-मिजाज सिर्फ एनडीए के साथ है, 160 से अधिक सीटों पर जीतकर 14 नवंबर को फिर आ रही प्रचंड बहुमत की सरकार।”
जेपी नड्डा ने जनता से मांगा आशीर्वाद
चुनाव घोषणा के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने एक पोस्ट में कहा कि भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा का वह स्वागत करते हैं। उन्होंने इसे लोकतंत्र का “सबसे बड़ा उत्सव” बताया और कहा कि चुनाव राज्य को विकास और सुशासन के मार्ग पर आगे बढ़ाने का अवसर हैं।
नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार में एनडीए सरकार जनकल्याण और सुशासन की प्रतीक बनी है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस चुनाव में एनडीए को आशीर्वाद देकर “घुसपैठ मुक्त और जंगलराज से मुक्त” बिहार बनाने में सहयोग करें।
साल 2020 की याद
गौरतलब है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने नीतीश कुमार को “बड़े भाई” का दर्जा देते हुए उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ा था। तब जदयू को 43 सीटें मिलने के बावजूद भाजपा ने मुख्यमंत्री पद नीतीश कुमार को ही सौंपा था। इस बार भी पार्टी ने यह संकेत साफ कर दिया है कि मुख्यमंत्री पद पर नीतीश का चेहरा बरकरार रहेगा।