बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को मिले भारी जनसमर्थन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार शाम दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय पहुंचे। मंच पर पहुंचते ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा, जीतन राम मांझी जैसे सहयोगी दलों के नेताओं को जीत की शुभकामनाएँ दीं और संबोधन की शुरुआत “जय छठी मैया” के जयकारों के साथ की।
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के वोटरों ने विकास पर भरोसा जताकर NDA को ऐतिहासिक जनादेश दिया है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, “बिहार के लोगों ने ऐसा मतदान किया है कि आज हर घर में मखाने की खीर बनने का बहाना मिल गया है।”

'बिहार में अब कट्टा सरकार की वापसी नहीं'- मोदी
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए कहा कि बिहार ने यह तय कर दिया है कि अब जंगलराज या ‘कट्टा संस्कृति’ लौटने वाली नहीं। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान भी यह बात साफ थी कि जनता स्थायी शांति और विकास चाहती है।
NDA की जीत को ‘महिला और युवा’ फॉर्मूला बताया
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि इस चुनाव ने बिहार की राजनीति का एक नया समीकरण तय कर दिया है। उन्होंने कहा, “पुराना एमवाई समीकरण तुष्टिकरण का था; आज नया एमवाई उभरा है- महिलाएं और युवा।” उन्होंने जयप्रकाश नारायण और कर्पूरी ठाकुर को याद करते हुए कहा कि उनकी विरासत बिहार को समावेशी विकास की दिशा में आगे बढ़ाने की प्रेरणा देती है।

नीतीश कुमार, चिराग, मांझी और कुशवाहा की भूमिका की सराहना
पीएम मोदी ने मंच से ही एनडीए की पूरी टीम की तारीफ की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने राज्य में विकास की नींव मजबूत की है और एनडीए के सभी घटकों ने मिलकर बेहतरीन तालमेल दिखाया। उन्होंने कार्यकर्ताओं की मेहनत का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि बूथ स्तर की तैयारी ने जीत को और मजबूत किया।
पहली बार दो चरणों में चुनाव, कहीं भी रिपोल की जरूरत नहीं
प्रधानमंत्री ने शांतिपूर्ण मतदान को बिहार की परिपक्व लोकतांत्रिक चेतना का प्रमाण बताया। उन्होंने कहा कि जहां पहले सैकड़ों बूथों पर दोबारा चुनाव कराना पड़ता था, वहीं इस बार दोनों चरण के मतदान में एक भी रिपोल नहीं हुआ। उन्होंने इसके लिए चुनाव आयोग, सुरक्षाबलों और मतदाताओं को धन्यवाद दिया।

“बिहार ने लोकतंत्र पर हमला करने वालों को जवाब दिया”
पीएम ने कहा कि यह जनादेश उन ताकतों के खिलाफ है जो जातीय राजनीति, भय और भ्रामक प्रचार के सहारे सत्ता पाना चाहती थीं। उन्होंने कहा, “बिहार ने दिखा दिया है कि झूठ का अंत होता है और विश्वास की जीत होती है।”
तुष्टिकरण से संतुष्टिकरण तक- मोदी का बड़ा बयान
प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार अब तुष्टिकरण की राजनीति को पीछे छोड़ चुका है और जनता विकास से मिलने वाले ‘संतुष्टि’ को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने राजद और कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि छठ पर्व को लेकर दिए गए बयान पर आज तक माफी नहीं मांगी गई।

कांग्रेस पर करारा हमला, नए विभाजन का दावा
कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि यह पार्टी अब “नकारात्मक राजनीति” का केंद्र बन चुकी है और अंदरूनी असंतोष के कारण भविष्य में एक और बड़ा विभाजन देखना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सहयोगियों के वोट बैंक को खत्म कर खुद को पुनर्जीवित करने की कोशिश करती है।
'बिहार निवेश के लिए तैयार है'- निवेशकों को संदेश
भाषण के अंत में प्रधानमंत्री ने उद्योग जगत और वैश्विक प्रवासी बिहारियों से राज्य में निवेश के अवसरों का लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि NDA सरकार आने वाले 25 वर्षों को बिहार के “स्वर्णिम काल” के रूप में तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है।
बंगाल सहित कई राज्यों में जोश भरेगा बिहार का जनादेश
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार की इस जीत ने भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया है और यह ऊर्जा केरल, तमिलनाडु, असम और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के चुनाव में भी देखने को मिलेगी। उन्होंने दावा किया कि बिहार की तरह बंगाल में भी भाजपा ‘जंगलराज’ को हटाने में सफल होगी।
भाजपा मुख्यालय में उत्सव का माहौल
पीएम मोदी का संबोधन सुनने के लिए भाजपा मुख्यालय में भारी संख्या में कार्यकर्ता और नेता उपस्थित थे। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता कार्यक्रम में मौजूद रहे।