जनशक्ति जनता दल (JJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव ने विजयादशमी के मौके पर पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कई अहम बातें कहीं। तेज प्रताप ने छोटे भाई तेजस्वी यादव को परिवारिक मर्यादा का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि उन्हें यह समझना चाहिए कि कौन राम है और कौन लक्ष्मण। उन्होंने जोर देकर कहा कि बड़े भाई का सम्मान करना हर किसी की जिम्मेदारी है।

तेजस्वी पर दिया जवाब
पत्रकारों ने तेज प्रताप से सवाल किया कि तेजस्वी ने आरोप लगाया था कि तेज प्रताप लोकसभा चुनाव में पार्टी के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतार देते थे। इस पर तेज प्रताप ने जवाब दिया कि उनका छोटा भाई अपनी बुद्धि और विवेक से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि किसी को जयचंद कहना ठीक नहीं और अपने विवेक का सही इस्तेमाल करना चाहिए।

राजनीतिक बयान और आरएसएस पर टिप्पणी
तेज प्रताप ने आरएसएस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि देश की आजादी में उनका कोई योगदान नहीं है। उन्होंने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जैसी गांधीवादी विचारधारा के नेताओं का उदाहरण देते हुए कहा कि वे उसी मार्ग का अनुसरण करते हैं। चुनावों के संबंध में उन्होंने कहा कि दशहरा के बाद स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी। राहुल गांधी के विदेश दौरे पर टिप्पणी करते हुए तेज प्रताप ने कहा कि हो सकता है कि उनका भ्रमण लाभकारी हो।

‘आई लव मोहम्मद’ विवाद पर बयान
तेज प्रताप यादव ने ‘आई लव मोहम्मद’ मामले पर कहा कि सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राम और मोहम्मद दोनों का सम्मान किया जाता है और किसी को धर्म के आधार पर अपमानित नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि देश और समाज किस दिशा में जा रहा है, जब लोगों को केवल इस कारण गिरफ्तार किया जा रहा है। तेज प्रताप ने कहा कि उनका ध्यान जनता से जुड़ने और समाज की भलाई के लिए काम करने पर है, न कि विवादों में उलझने पर।