तरनतारन जिले के खड़ूर साहिब रोड पर स्थित गांव भुल्लर में किराना व्यापारी की हत्या और लूट के मामले में वांटेड चल रहा आरोपी सुखबीर कोटला उर्फ़ सुक्खा पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया।
पुलिस के अनुसार, गोइंदवाल साहिब के पास टीम ने आरोपी को घेरने की कोशिश की, तभी उसने अचानक पुलिस पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। इस फायरिंग में तरनतारन सीआईए इंचार्ज प्रभजीत सिंह और होमगार्ड जवान गुरविंदर सिंह घायल हो गए। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली लगने से सुखबीर गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे नज़दीकी सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
डीआईजी स्नेहदीप शर्मा ने बताया कि सुखबीर कोटला सुक्खा न सिर्फ़ तरनतारन बल्कि गुरदासपुर पुलिस को भी कई मामलों में वांटेड था। पंजाब के विभिन्न जिलों में उसके खिलाफ गंभीर आपराधिक केस दर्ज थे।
रविवार को तरनतारन पुलिस ने उसकी तलाश तेज करते हुए उसका पोस्टर जारी किया था। इससे पहले उसके एक साथी जगरूप सिंह को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था, जिसने पूछताछ में कई अहम जानकारी दी थी।
किराना व्यापारी की हत्या पर केंद्रित था पुलिस का दबाव
1 दिसंबर को गांव भुल्लर में किराना दुकानदार दलजीत सिंह की दुकान पर सुखबीर और उसके साथी लूट की नीयत से पहुंचे थे। व्यापारी ने विरोध किया तो उन्होंने उस पर गोली चला दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गए और गुरदासपुर पहुंचकर एक कार भी छीन ली थी।
घटना के बाद डीआईजी स्नेहदीप शर्मा और एसएसपी सुरिंदर लांबा मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस टीमें पिछले कई दिनों से आरोपी के संभावित ठिकानों की निगरानी कर रही थीं। जब उसे रोकने की कोशिश की गई तो उसने भागने के प्रयास में फायरिंग की, जिसके बाद मुठभेड़ हुई। पुलिस ने मौके से हथियार और कारतूस बरामद किए हैं। मामले की आगे जांच जारी है।