कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री शुक्रवार को जयपुर में इंद्रेश उपाध्याय के विवाह समारोह में शामिल हुए। एयरपोर्ट पर वे कवि कुमार विश्वास के साथ दिखाई दिए। मीडिया से बातचीत में शास्त्री ने आगामी कोलकाता गीता पाठ कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी।

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि वे भारत में जहां भी आमंत्रित किए जाएंगे, वहां गीता पाठ करेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य किसी के विरोध में नहीं, बल्कि सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार का है। उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल भी हमारा हिस्सा है। हम देशद्रोही नहीं हैं। हम किसी राजनीतिक दल के पक्ष में नहीं हैं, इसलिए हमारे खिलाफ कोई राजनीतिक विपक्ष भी नहीं है। बाकी दृष्टि आपकी है।”

बंगाल में बाबरी विवाद से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर वे कोलकाता जाकर ही बोलेंगे और इससे संबंधित खबर सभी तक पहुंचेगी। शास्त्री ने इसे राजनीतिक विषय बताया और कहा कि उनका कार्यक्रम धार्मिक व सांस्कृतिक उद्देश्य से है।

बंगाल का बाबरी विवाद क्या है?
नवंबर 2024 में टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर ने अयोध्या की बाबरी मस्जिद की तर्ज पर एक प्रतिकृति बनाने का प्रस्ताव रखा था, जिससे राजनीतिक विवाद बढ़ गया। कबीर ने 6 दिसंबर को “बाबरी मस्जिद की नींव” रखने की घोषणा की और विवादित बयान दिए। इससे पहले भी उन्होंने कई भड़काऊ वक्तव्य दिए थे।

7 दिसंबर 2025 को कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में सनातन संस्कृति संसद की ओर से विशाल गीता पाठ कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में लगभग 2000 संत और 5 लाख लोग शामिल होंगे। धीरेंद्र शास्त्री और योग गुरु रामदेव भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे।