बाड़मेर। बाड़मेर में मंगलवार को आयोजित जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति की दिशा बैठक में सांसद उम्मेदाराम बनेवाल और विधायक रविंद्र भाटी का गुस्सा अधिकारियों पर फूट पड़ा। बैठक कलेक्टरेट सभागार में आयोजित की गई थी, जिसमें राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं की समीक्षा की जा रही थी।

बैठक में कुछ अधिकारी अनुपस्थित रहे, जबकि जो मौजूद थे, उन्होंने घुमावदार और अस्पष्ट जवाब दिए। इससे सांसद और विधायक भड़क गए और उन्होंने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई।

बैठक सुबह 11 बजे शुरू होकर रात 8 बजे तक चली। इस दौरान विधायक रविंद्र भाटी ने कलेक्टर टीना डाबी से सवाल किया कि “मीटिंग क्यों करवाते हैं? अगर काम अपनी मर्जी से करना था तो अलग कर लेते, हमें क्यों बुलाया गया?”

सांसद उम्मेदाराम ने भी कलेक्टर से जवाब मांगा और कहा कि जब योजनाओं पर अपनी मर्जी से काम किया जा सकता था, तो फिर बैठक का क्या मतलब था। विधायक भाटी ने आगे कहा कि चार साल बाद ही बैठक हो रही है, लेकिन फिर भी कई काम अधूरे हैं। उनका तंज था कि चार साल बाद हुई यह बैठक केवल “समोसा खाने के लिए” आयोजित की गई।

बैठक में अधिकारियों की कार्यप्रणाली और योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर दोनों जनप्रतिनिधियों ने स्पष्ट नाराजगी जताई और अधिकारियों को सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए।