राजस्थान एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने बाड़मेर के मौलाना ओसामा उमर को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वह अफगानिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) से जुड़ा है। गिरफ्तारी गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत की गई है।

ATS के अनुसार, उमर सांचोर क्षेत्र में सक्रिय था और अन्य लोगों को आतंकवादी संगठन से जोड़ने की कोशिश कर रहा था। उसके पास दो मोबाइल फोन भी बरामद हुए, जिनके माध्यम से वह TTP के शीर्ष कमांडरों से संपर्क करता था। प्रारंभिक जांच में उसके किसी भी वित्तीय लेन-देन या फंडिंग के सबूत नहीं मिले हैं। ATS ने यह भी दावा किया कि उमर दुबई के रास्ते अफगानिस्तान भागने की योजना बना रहा था।

ATS के अतिरिक्त महानिदेशक एमएन दिनेश ने बताया कि उमर उन लोगों को उकसा रहा था जो अभी किसी आतंकवादी नेटवर्क से जुड़े नहीं थे। ATS के आईजी विकास कुमार ने कहा कि उमर “जिहादी सोच” से प्रेरित था।

उमर के साथ चार अन्य लोग—मसूद, मोहम्मद अयूब, मोहम्मद जुनैद और बसीर—को भी हिरासत में लिया गया है। ATS ने बताया कि ये चारों अभी किसी अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी नेटवर्क से संपर्क में नहीं थे। गिरफ्तार पांच लोगों में से तीन बाड़मेर के संवेदनशील सीमा क्षेत्र के निवासी हैं।

यह गिरफ्तारी राजस्थान ATS की राज्य में कट्टरपंथ और संभावित आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के प्रयासों का हिस्सा मानी जा रही है।